Heatwave: भीषण गर्मी का मौसम अक्सर कई जगहों पर स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा करता है और कुछ मामलों में यह जानलेवा भी साबित होता है। अत्यधिक तापमान और गर्मी की लहरें (हीटवेव) लोगों को हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार बना सकती हैं। खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों, और पहले से बीमार लोगों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है। उत्तर भारत में भीषण गर्मी के कारण पिछले 36 घंटों में 45 लोगों की मौत एक गंभीर और चिंताजनक स्थिति है। इस तरह की घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि अत्यधिक गर्मी कितनी खतरनाक हो सकती है। विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो कमजोर स्वास्थ्य स्थिति में हैं या जो गर्मी से बचने के लिए पर्याप्त संसाधनों तक पहुंच नहीं रखते।
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उत्तर भारत में भीषण गर्मी, 36 घंटे में 45 लोगों की मौत
भीषण गर्मी ने पिछले 36 घंटे में 45 और लोगों की जान ले ली। संदिग्ध लू से मरने वालों की कुल संख्या अब 87 हो गई है। पश्चिमी ओडिशा में संदिग्ध लू से 19 और लोगों की मौत हो गई, एक ही दिन में यूपी में 16 लोगों की मौत हो गई। जबकि बिहार में पांच, राजस्थान में चार और पंजाब में एक व्यक्ति की मौत जानलेवा लू की वजह से हुई। बता दें कि इससे पहले ओडिशा में गुरुवार और शुक्रवार को 19 मौतें हुईं। जिससे पिछले 48 घंटों में मरने वालों की संख्या 29 हो गई। विशेषज्ञों ने मौतों में अचानक वृद्धि के लिए अत्यधिक उच्च तापमान को जिम्मेदार ठहराया।
ओडिशा में 29 लोगों की मौत
ओडिशा में पिछले 48 घंटों के दौरान 29 लोगों की मौत हुई है, जिसमें से 12 सुंदरगढ़ और नौ झारसुगुड़ा से सामने आईं। संबलपुर में सात मौतें हुईं, जबकि बरगढ़ में एक और व्यक्ति की मौत हो गई। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यब्रत साहू ने कहा कि इन सभी मौतों की जांच की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि लू की वजह से ही ये मौतें हुई हैं या नहीं। झारसुगुड़ा में मरने वाले नौ लोगों में से सात ट्रक चालक थे।
यूपी में 11 मतदानकर्मी सहित 16 की मौत
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को मरने वाले 16 लोगों में से 11 मतदान कर्मी थे। मतदान कर्मियों में से आठ, जिनमें पांच होमगार्ड शामिल हैं। इनकी मौत मिर्जापुर में हुई है, जबकि दो मतदान कर्मियों की मौत सोनभद्र में और एक की रायबरेली में हुई। मिर्जापुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल आरबी कमल ने कहा, “हमने शुक्रवार को हीटस्ट्रोक के कारण आठ मतदान कर्मियों सहित 13 मौतें दर्ज कीं। सभी पीड़ितों को तेज बुखार, उच्च रक्तचाप, मधुमेह सहित चिकित्सा संबंधी जटिलताएं थीं। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।
मृतक होमगार्ड के परिवार को मिलेंगे 20 लाख रुपए
मिर्जापुर एसपी अभिनंदन ने कहा कि प्रत्येक मृतक होमगार्ड के परिवार को चुनाव आयोग द्वारा 15 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। सोनभद्र के डीएम चंद्र विजय सिंह ने दो मतदान कर्मियों की मौत की पुष्टि की। रायबरेली में मृतक मतदान अधिकारी की पहचान सब-इंस्पेक्टर हरिशंकर के रूप में हुई।
बिहार में 24 घंटों में 14 की मौत
अधिकारियों ने बताया कि बिहार में शुक्रवार को पांच मौतें लोगों की मौत हुई है। इस प्रकार से पिछले 24 घंटों में मरने वालों की संख्या 14 हो गई। इन मृतकों में 10 मतदान कर्मी शामिल हैं। शुक्रवार को चार मौतों के साथ, राजस्थान में इस गर्मी में हीटस्ट्रोक से नौ मौतें हुई हैं।
लू से कैसे रखे सुरक्षित
इस स्थिति से निपटने और लोगों की जान बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। बुजुर्ग, बच्चे, और पहले से बीमार लोग विशेष रूप से संवेदनशील होते हैं। इन समूहों की विशेष देखभाल करनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि वे सुरक्षित और हाइड्रेटेड रहें।
आपातकालीन सेवाएं:
स्वास्थ्य सेवाओं को सक्रिय किया जाना चाहिए ताकि हीट स्ट्रोक और अन्य गर्मी से संबंधित बीमारियों के मरीजों को तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सके।
शरण स्थल:
शहरों और गांवों में ठंडी शरण स्थलों की व्यवस्था करनी चाहिए, जहां लोग अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए जा सकें।
सूचना प्रसार:
स्थानीय प्रशासन को गर्मी की लहर के बारे में जनता को सूचित करने के लिए सभी उपलब्ध माध्यमों का उपयोग करना चाहिए, जैसे कि रेडियो, टीवी, और सोशल मीडिया।