GDP Growth: लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए खुशखबरी आई है। भारत की चौथी तिमाही की जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 31 मई को जारी हो गए है। नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-मार्च 2024 तिमाही (Q4 FY24) के दौरान भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में साल-दर-साल 7.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसमें 6.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। यह विश्लेषकों के अनुमानों से ज़्यादा है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर वित्त वर्ष 2023 में 7 प्रतिशत की तुलना में 8.2 प्रतिशत रही। वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 में चीन की जीडीपी लगभग 4.5 फीसदी के आसपास रही है।
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देश की चौथी तिमाही की जीडीपी 7.8 प्रतिशत बढ़ी
विश्लेषकों को Q4 FY24 के लिए 5.9 प्रतिशत-6.7 प्रतिशत की धीमी जीडीपी वृद्धि की उम्मीद की थी। पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के लिए विश्लेषकों ने उम्मीद की थी कि जीडीपी 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। अधिकारिक बयान के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तविक जीडीपी में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में 7.0 प्रतिशत की वृद्धि दर है।
चौथी तिमाही की वृद्धि दर मजबूत आर्थिक विकास को दर्शाता है : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
बयान में कहा गया है कि 2023-24 की चौथी तिमाही में वास्तविक जीडीपी या स्थिर कीमतों पर जीडीपी 47.24 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जबकि 2022-23 की चौथी तिमाही में यह 43.84 लाख करोड़ रुपये थी, जो 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्शाती है। आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, आज का जीडीपी डेटा वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 8.2 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के लिए 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ मजबूत आर्थिक विकास को दर्शाता है। यह उल्लेखनीय जीडीपी विकास दर दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है। वित्त मंत्री ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र में 2023-24 में 9.9 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो इस क्षेत्र के लिए मोदी सरकार के प्रयासों की सफलता को दर्शाता है।
पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के विकास की गति जारी
सीतारमण ने कहा, कई उच्च आवृत्ति संकेतक संकेत देते हैं कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था लचीली और उत्साही बनी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत के विकास की गति जारी रहेगी।
चीन की अर्थव्यवस्था हिली हुई है
कोरोना काल के बाद से चीन की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है। चीनी अर्थव्यवस्था गिरते जीडीपी से जूझ रहा है। हालांकि हाल ही में आईएमएफ ने 2024 के लिए चीन की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान को पहले के 4.6 फीसदी से बढ़ाकर 5 फीसदी कर दिया है। आईएमएफ ने बताया कि 2029 तक यह घटकर 3.3 फीसदी रह जाएगी।
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने लगाया था इतना अनुमान
आपको बता दे कि इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने मार्च तिमाही के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.2 फीसदी का अनुमान जताया। इसके अलावा 2023-24 वित्तीय वर्ष के लिए लगभग 6.9-7 फीसदी रह सकता है।