Vande Bharat Express: देश की शान मानी जाने वाली सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाएं लगातार जारी हैं। जब अयोध्या-आनंद विहार वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22425) पर लखनऊ आउटर पर पथराव हुआ। ट्रेन के कोच सी-11 की खिड़की पर पत्थर लगने से शीशा चकनाचूर हो गया, जिससे कोच में बैठे यात्रियों में दहशत फैल गई। यह घटना तब हुई जब ट्रेन लखनऊ से रवाना होकर आलमबाग वेस्ट केबिन के पास पहुंची। पत्थर कोच संख्या सी-11 में सीट नंबर 30, 31 और 32 के सामने लगी खिड़की पर लगा।
Table of Contents
Vande Bharat Express: यात्री ने दर्ज कराई शिकायत, आरपीएफ ने शुरू की जांच
घटना के तुरंत बाद यात्री निर्मेष ने आरपीएफ कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। शिकायत मिलने के बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरपीएफ द्वारा यार्ड और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने कहा कि वंदे भारत पर पथराव की जानकारी मिलने के बाद आरपीएफ को जांच सौंपी गई है। आरोपियों को पकड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Vande Bharat Express: लगातार हो रही पथराव की घटनाएं
वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की यह पहली घटना नहीं है। पिछले डेढ़ साल में उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में वंदे भारत ट्रेनों पर पथराव की कई घटनाएं सामने आई हैं:
मई 2025: प्रयागराज से लखनऊ जाते समय ऊंचाहार और लक्ष्मणपुर के बीच तथा रायबरेली में पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं।
मार्च 2025: रायबरेली और बछरावां-उतरेटिया स्टेशनों के बीच पथराव।
अक्टूबर 2024: नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत पर कानपुर में पनकी स्टेशन के पास पथराव।
जुलाई-सितंबर 2023: गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत पर अयोध्या, गोरखपुर, बाराबंकी और मल्हौर में पथराव।
मई 2023: देहरादून-दिल्ली वंदे भारत पर मुजफ्फरनगर में पथराव।
अप्रैल 2023: विशाखापत्तनम वंदे भारत पर पथराव।
जनवरी-मार्च 2023: पश्चिम बंगाल में फरक्का और फांसीदेवा में पथराव।
जुलाई 2023: बिहार के कटिहार और कर्नाटक में धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत पर पथराव।
इन घटनाओं में कई कोचों के शीशे क्षतिग्रस्त हुए हैं और यात्रियों को डर का सामना करना पड़ा है।
यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल
लगातार हो रही इन घटनाओं ने रेलवे प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेनों की सुरक्षा पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन पथराव की घटनाओं को रोकने में सफलता नहीं मिल रही। यात्रियों में भी इन घटनाओं के चलते डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
सख्त कार्रवाई की तैयारी
रेलवे अधिकारियों ने साफ किया है कि आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। रेलवे एक्ट और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं के तहत गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर जुर्माना और जेल की सजा का प्रावधान है। रेल प्रशासन ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस से भी संपर्क कर ऐसे क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने की मांग की है, जहां से ट्रेनों पर पथराव की घटनाएं हो रही हैं।
जरूरत: सख्ती और जनजागरूकता
देश में आधुनिक और सुविधाजनक यात्रा का पर्याय बनी वंदे भारत एक्सप्रेस पर लगातार पथराव की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। इसके लिए रेलवे और स्थानीय प्रशासन को संयुक्त रणनीति बनानी होगी। इसके अलावा, लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है ताकि वे समझ सकें कि यह सार्वजनिक संपत्ति है, जिसे नुकसान पहुंचाना देश की प्रगति को बाधित करना है।
यह भी पढ़ें:-
रेल यात्रा, क्रेडिट कार्ड और पैन समेत बदल रहे ये 6 नियम, रोजमर्रा की जिंदगी पर होगा असर