Weather Alert: झारखंड में एक बार फिर आसमानी बिजली का कहर बरपा। लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड के ओरसा पंचायत में वज्रपात की घटना से चार लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए हैं। यह सभी लोग मजदूर वर्ग से संबंधित थे और खेतों में काम कर रहे थे जब अचानक बिजली गिरने से यह हादसा हुआ। घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। वज्रपात की घटनाएं झारखंड में मॉनसून के दौरान आम हैं और सरकार समय-समय पर इससे बचने के लिए लोगों को सावधान रहने की सलाह देती है।
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वज्रपात से चार की मौत, दो घायल
झारखंड के लातेहार जिले में वज्रपात की दुखद घटना शाम करीब 5 बजे हुई, जब तेज बारिश के दौरान कुछ मजदूर काम से लौट रहे थे। मजदूरों ने एक पुलिया के पास पेड़ के नीचे शरण ली थी, तभी अचानक बिजली गिर गई। इस हादसे में छह लोग बिजली की चपेट में आकर अचेत हो गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने चार को मृत घोषित कर दिया।
इस प्रकार हुई मृतकों की पहचार
मृतकों की पहचान संजय नगेसिया, लालू नगेसिया, रविशंकर नगेसिया, और जितेंद्र लोहरा के रूप में की गई है। इस घटना से इलाके में शोक की लहर है, और प्रशासन राहत और सहायता प्रदान करने के लिए सक्रिय है। घायलों में राजेश नगेसिया और पंचम लोहरा शामिल हैं। इन दोनों का इलाज चल रहा है।
गिरिडीह में वज्रपात से दो बच्चों की मौत
इससे पहले, झारखंड के गिरिडीह जिले के गांवा थाना क्षेत्र के धरवे नावाडीह गांव में भी वज्रपात की एक दुखद घटना घटी थी। इस घटना में दो बच्चों, सोनू कुमार (10) और बिराज कुमार (8), की मौत हो गई थी। दोनों बच्चे मैदान में खेल रहे थे और अचानक शुरू हुई बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे शरण ले रहे थे, तभी बिजली गिर गई। इस हादसे से पूरे गांव में शोक फैल गया है।
हर साल साढ़े चार लाख वज्रपात की घाटनाएं
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में हर साल लगभग साढ़े चार लाख वज्रपात की घटनाएं होती हैं। 2021-22 में मौसम विभाग ने राज्य में वज्रपात की कुल 4,39,828 घटनाएं दर्ज की थीं। इसके पहले, 2020-21 में भी इसी संख्या के आसपास वज्रपात की घटनाएं हुई थीं, जिसमें 322 लोगों की मौत हुई थी।