Surya Namaskar: राजस्थान में विरोध और विवाद के बीच आज गुरुवार को सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम शुरू हो गया है। राज्य के करीब 76 हजार स्कूलों में आज सुबह 10.30 बजे से 11 बजे तक सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम किया गया। इसको लेकर विवाद भी काफी हो रहा है। मुस्लिम संगठनों ने सूर्य नमस्कार को इस्लाम विरोधी बताया है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में ये इसका बहिष्कार भी कर रहे है। हालांकि इसका कोई ज्यादा असर नहीं पड़ा। कई जगहों पर मुस्लिम छात्र-छात्राएं भी सूर्य नमस्कार करते हुए नजर आए है।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने दाखिल की याचिका
प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने स्कूली बच्चों के साथ सूर्य नमस्कार किया। इस बीच स्कूलों में सूर्य नमस्कार पर विवाद शुरू हो गया है और मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। राजस्थान हाईकोर्ट में जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने एक याचिका दाखिल की थी। इसमें योग अभ्यास सूर्य नमस्कार को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने के राज्य सरकार के निर्देश को चुनौती दी गई थी।
जानिए हाईकोर्ट ने क्या कहा
जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने राज्य सरकार से स्कूलों में सूर्य नमस्कार की प्रथा लागू करने के अपने आदेश को वापस लेने की मांग की गई थी। राजस्थान हाईकोर्ट ने जमीयत की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि मुस्लिम फोरम कोई पंजीकृत संस्था नहीं है।
मुस्लिम संगठनों ने जतया विरोध
मुस्लिम संगठनों का कहना है कि इस्लाम में सूर्य नमस्कार गुनाह है। उन्होंने आरोप लगाया हुए कहा कि सरकार मुस्लिम छात्रों पर दूसरे धर्म की उपासना थोप रही है। जबकि 2015 में हाईकोर्ट सूर्य नमस्कार की अनिवार्यता पर रोक लगा दी थी। इस बीच मुस्लिम संगठनों ने सभी मुस्लिम अभिभावकों और छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वे या सूर्य नमस्कार के लिए स्कूल न जाएं या फिर सूर्य नमस्कार की प्रकिया से अलग रहें।
शिक्षा मंत्री बोले- हाईकोर्ट ने लगाई मुहर
मुस्लिम संगठनों की आपत्ति को दरकिनार कर राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सूर्य नमस्कार के गाइड लाइन जारी कर दी। दिलावर ने कहा कि अब तो हाईकोर्ट ने भी मुहर लगा दी। दिलावर ने कहा कि सूर्य भगवान प्रकाश सभी को देते हैं, इसलिए आपत्ति गलत है।