Kailash Gehlot: देश की राजधानी दिल्ली में चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता कैलाश गहलोत ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल को भेजा और इसकी प्रति पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को भी दी। उन्होंने अपने इस्तीफे में पार्टी की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए। गहलोत का यह कदम दिल्ली की राजनीति में बड़ा झटका माना जा रहा है, खासकर आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर।
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शीशमहल पर लगाया गंभीर आरोप
कैलाश गहलोत ने शीशमहल विवाद और यमुना की सफाई जैसे अधूरे वादों का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी अब अपने मूल सिद्धांतों और नैतिक मूल्यों से भटक चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के फैसले जनता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर रहे, जिससे उन्हें इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
AAP को बड़ा झटका
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी (AAP) से इस्तीफा देते हुए एक पत्र में पार्टी और अपने इस्तीफे से जुड़ी बातें साझा की हैं। उन्होंने बताया कि 17 नवंबर को जब उन्होंने मंत्री पद छोड़ा, उसी दिन उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। गहलोत ने इस इस्तीफे के लिए मुख्य कारण बताते हुए कहा कि पार्टी अपने नैतिक मूल्यों से भटक चुकी थी, जिससे उनके लिए पार्टी में बने रहना मुश्किल हो गया था।
इस्तीफा स्वीकार करने का अनुरोध
उन्होंने अपने इस्तीफे का पत्र आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भेजा था, जिसमें उन्होंने पार्टी की नीतियों और कार्यशैली पर अपनी असहमति जाहिर की। कैलाश गहलोत ने यह भी कहा कि अब उन्हें दिल्ली विधानसभा से भी इस्तीफा देने की जरूरत महसूस हुई और उन्होंने इसे तत्काल प्रभाव से स्वीकार करने का अनुरोध किया।
17 नवंबर को जीएनसीटीडी मंत्री पद से दिया था इस्तीफा
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष को भेजे गए अपने इस्तीफे के पत्र में कैलाश गहलोत ने स्पष्ट किया कि उन्होंने 17 नवंबर को जीएनसीटीडी मंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ ही आम आदमी पार्टी (AAP) की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने बताया कि इस निर्णय के कारण उन्होंने पहले ही 17 नवंबर को अरविंद केजरीवाल को भेजे गए पत्र में साझा किए थे। गहलोत ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि उनका इस्तीफा तुरंत प्रभाव से स्वीकार किया जाए और उन्होंने इसे संबंधित पत्र में संलग्न किया।
अपने नैतिक मूल्यों से भटक चुकी है पार्टी
कैलाश गहलोत ने दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष को भेजे गए अपने इस्तीफे के पत्र में आम आदमी पार्टी (AAP) पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी अपने नैतिक मूल्यों से भटक चुकी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कारण था कि उनके लिए पार्टी में बने रहना मुश्किल हो गया। गहलोत ने यह भी कहा कि उन्होंने 17 नवंबर को अरविंद केजरीवाल को भेजे गए पत्र में अपने इस्तीफे के कारणों को पहले ही साझा किया था। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विधानसभा से इस्तीफा देने का निर्णय लिया और इसे तत्काल प्रभाव से स्वीकार करने का अनुरोध किया।
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