Mexico: मेक्सिको के गुआनजुआटो राज्य में एक हर्षोल्लास भरी रात देखते ही देखते मातम में तब्दील हो गई, जब अज्ञात बंदूकधारियों ने नाच-गाने और शराब के दौर के बीच अचानक अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस भीषण गोलीकांड में 12 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक नाबालिग बच्चा भी शामिल है, जबकि करीब 20 लोग घायल हुए हैं। इस घटना ने एक बार फिर मैक्सिको में स्ट्रीट वॉयलेंस और गैंगवार की भयावह स्थिति को उजागर कर दिया है।
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Mexico: इरापुआटो में धार्मिक उत्सव के दौरान हमला
यह हमला गुआनजुआटो राज्य के इरापुआटो शहर में हुआ। स्थानीय लोग सेंट जॉन द बैपटिस्ट के सम्मान में उत्सव मना रहे थे। डांस, म्यूजिक और शराब के साथ शाम का माहौल आनंदमय था, लेकिन तभी बंदूकधारियों ने गली में घुसकर बिना किसी चेतावनी के फायरिंग शुरू कर दी।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, शुरुआत में कोई कुछ समझ नहीं पाया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि लड़के-लड़कियां मस्ती में डांस कर रहे हैं, तभी गोलियों की आवाज गूंजती है और भीड़ में भगदड़ मच जाती है। लोग इधर-उधर भागते हैं, चीखते-चिल्लाते हैं और जश्न एक खून से सनी त्रासदी में बदल जाता है।
Mexico: घटना के बाद स्थिति और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
इरापुआटो के अधिकारी रोडोल्फो गमेज़ सर्वेंट्स ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि गोलीबारी में 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि करीब 20 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सभी घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि, यह मानवता पर हमला है। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि मामले की जांच तेजी से जारी है और हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
गुआनजुआटो: मैक्सिको का सबसे हिंसक राज्य
गुआनजुआटो राज्य लंबे समय से गैंगवार और ड्रग कार्टेल की लड़ाइयों का केंद्र रहा है। यहां सांता रोजा डे लीमा और जलिस्को न्यू जनरेशन कार्टेल (CJNG) जैसे आपराधिक संगठनों के बीच वर्चस्व की जंग चल रही है। इसका सीधा असर आम लोगों की सुरक्षा और सामाजिक जीवन पर पड़ रहा है। गुआनजुआटो में साल 2024 के पहले पांच महीनों में 1,435 हत्याएं दर्ज की गईं, जो मैक्सिको के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में दोगुनी से भी अधिक है। इरापुआटो जैसे शहरों में पहले भी बार, चर्च और स्थानीय समारोहों में गोलीबारी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
बीते महीने भी हुआ था ऐसा हमला
यह घटना पिछले महीने गुआनजुआटो के ही सैन बार्टोलो डे बेरियोस में हुई एक अन्य त्रासदी की याद दिला देती है, जहां कैथोलिक चर्च के कार्यक्रम के दौरान 7 लोगों की हत्या कर दी गई थी। लगातार हो रही इन घटनाओं से स्थानीय लोगों में गंभीर भय और असुरक्षा की भावना पनप रही है।
कब थमेगा यह खूनी सिलसिला?
गुआनजुआटो में हुई इस ताजा गोलीबारी ने मैक्सिको के सामने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि गैंगवार और स्ट्रीट वॉयलेंस पर नियंत्रण कैसे पाया जाए। एक धार्मिक और सांस्कृतिक जश्न को निशाना बनाकर की गई इस घटना ने दर्शाया है कि आम नागरिक किस कदर असुरक्षित हैं। इस हमले के दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करना ही नहीं, बल्कि आपराधिक गिरोहों के नेटवर्क को तोड़ना, कानून-व्यवस्था की बहाली और नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करना सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। वरना जश्न की हर शाम डर और मातम में बदलती रहेगी।
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