Weather Update: उत्तर भारत में मानसून के अंतिम दिनों में भारी बारिश ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में व्यापक तबाही मचा दी है। हिमाचल के मंडी जिले में सोमवार रात की मूसलाधार बारिश से लैंडस्लाइड और बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। निहरी तहसील के ब्रगटा गांव में भूस्खलन से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि धर्मपुर बाजार में सोन खड्ड के उफान पर आने से बस स्टैंड डूब गया और दर्जनों वाहन बह गए। वहीं, उत्तराखंड के देहरादून में सहस्त्रधारा क्षेत्र में बादल फटने से मालदेवता में 100 मीटर सड़क बह गई, दुकानें और कारें मलबे में दब गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मौसम विभाग ने दोनों राज्यों में येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि इस मानसून में हिमाचल में 229 मौतें और उत्तराखंड में 85 मौतें हो चुकी हैं।
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Weather Update: मंडी में लैंडस्लाइड का दर्दनाक हादसा, 3 की मौत
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सुंदरनगर उपमंडल के निहरी तहसील के ब्रगटा गांव में सोमवार रात भारी बारिश के कारण भूस्खलन हो गया। एक मकान पर पहाड़ी का बड़ा हिस्सा गिर पड़ा, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 64 वर्षीय तांगू देवी, 33 वर्षीय कमला देवी और 8 माह का शिशु भीष्म सिंह शामिल हैं। एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि हादसे के समय घर में पांच लोग थे, जिनमें दो—65 वर्षीय खूब राम और 58 वर्षीय दर्शन देवी—को सुरक्षित बचा लिया गया। पुलिस और रेस्क्यू टीमों ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वर्मा ने कहा, रात से ही तेज बारिश में टीमें मैदान में हैं। लोगों को सुरक्षित निकालने का कार्य जारी है। यह घटना जंगमबाग हादसे की याद दिलाती है, जहां पहले 7 मौतें हुई थीं। डेली सेवरा टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मानसून में राज्य में 229 मौतें बारिश-संबंधी घटनाओं से हो चुकी हैं, जबकि कुल 404 मौतें दर्ज हैं।
Weather Update: धर्मपुर बाजार में सोन खड्ड का उफान: बसें डूबीं, वाहन बहे, एक लापता
मंडी जिले के धर्मपुर बाजार में सोन खड्ड ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई। रात 11 बजे से शुरू हुई तेज बारिश से खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे एचआरटीसी बस स्टैंड डूब गया। निगम की कई बसें पानी में डूब गईं और कुछ बह गईं। डीएसपी धर्मपुर संजीव सूद ने बताया, रात से पुलिस और रेस्क्यू टीमें सक्रिय हैं। घरों में पानी घुसने से लोग ऊपरी मंजिलों पर शरण ले रहे हैं। एक होस्टल से 150 बच्चों को ऊपरी तलों पर शिफ्ट किया गया। सूद ने कहा कि जनहानि की कोई पुष्टि नहीं, लेकिन एक व्यक्ति लापता है, जिसकी तलाश जारी है। दर्जनों वाहन बह गए, घरों-दुकानों में मलबा घुस गया। खड्ड का जलस्तर अब सामान्य हो रहा है, लेकिन सड़कें बंद हैं। जिला प्रशासन ने सभी विभागों के साथ राहत कार्य तेज कर दिए हैं। एसडीएम सुंदरनगर अमर नेगी और डीएसपी भारत भूषण ने लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी। प्राइम टीवी इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, रुक-रुककर बारिश जारी है, जिससे मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है।
Weather Update: देहरादून में बादल फटने से सहस्त्रधारा-मालदेवता में जल प्रलय: सड़कें बह गईं, 2 लापता
उत्तराखंड के देहरादून में सोमवार रात सहस्त्रधारा क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही हुई। करलीगाड़ में अचानक मलबा और पानी का बहाव आया, जिससे मुख्य बाजार बह गया। मालदेवता में सौंग नदी के उफान से 100 मीटर सड़क बह गई, जबकि सहस्त्रधारा में दुकानें, होटल और कारें मलबे में दब गईं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, 10-15 साल में सौंग नदी का ऐसा रौद्र रूप पहली बार देखा गया। दो लोग लापता हैं, जिनकी तलाश में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जेसीबी मशीनें लगी हैं। टाइम्स नाउ नवभारत के मुताबिक, टपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया, शिवलिंग तक पानी घुस गया। मसूरी में एक मजदूर की मौत भी हुई। इस मानसून में राज्य में 85 मौतें, 128 घायल और 94 लापता हैं। उत्तराखंड पुलिस ने एक्स पर वीडियो शेयर कर अपील की, अनावश्यक यात्रा न करें, सुरक्षित रहें।
पीएम मोदी और अमित शाह का सीएम धामी से संपर्क: हर संभव मदद का वादा
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की। उन्होंने अतिवृष्टि और बादल फटने की स्थिति की जानकारी ली और केंद्र से हर सहयोग का आश्वासन दिया। सीएम धामी ने एक्स पर पोस्ट किया, पीएम और गृह मंत्री ने राहत कार्यों की जानकारी ली। उनके मार्गदर्शन से कार्य गति पकड़ रहे हैं। मैं खुद प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहा हूं। धामी ने मालदेवता और केसरवाला का दौरा किया, जहां विधायक और अधिकारी साथ थे। उन्होंने निर्देश दिए कि राहत सामग्री, भोजन, पानी और स्वास्थ्य सुविधाएं तुरंत पहुंचें। धामी ने कहा, प्रदेश सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस सक्रिय हैं। 300-400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। द इंडिया डेली की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम ने आपदा प्रभावितों के लिए 2 लाख मुआवजा और घायलों के लिए 50,000 रुपये की घोषणा की।
बचाव कार्य तेज, सतर्कता बरतें: प्रशासन की अपील
दोनों राज्यों में प्रशासन अलर्ट मोड पर है। हिमाचल में राहत शिविर खोले गए, जबकि उत्तराखंड में पुल बहने से संपर्क टूट गया। विकास नगर हाइवे डायवर्ट कर दिया गया। मौसम विभाग ने 7 सितंबर तक येलो अलर्ट जारी किया था, लेकिन बारिश जारी है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन से ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। ईटीवी भारत के अनुसार, हिमाचल में 4.07 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है
मानसून की विदाई में तबाही, सहायता जारी
हिमाचल-उत्तराखंड में बारिश ने सैकड़ों जिंदगियां लील लीं और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर राहत कार्य कर रही हैं। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।
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