Uttarakhand Budget: उत्तराखंड में आगामी 20 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। इसके पहले, सोमवार को विधानसभा में सर्वदलीय और कार्यसमिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न दलों के नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक का उद्देश्य बजट सत्र को सुचारु रूप से संचालित करना और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए मंच तैयार करना था।
Table of Contents
सर्वदलीय बैठक में कौन-कौन रहे मौजूद
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रमुख विपक्षी दलों और सत्ता पक्ष के विधायक शामिल हुए। बैठक में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह, बसपा विधायक शहजाद अहमद, भाजपा विधायक खजानदास और उमेश शर्मा मौजूद रहे।
बैठक के मुख्य बिंदु
संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सर्वदलीय और कार्यसमिति की बैठक में सभी दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि यह बैठक बजट सत्र को व्यवस्थित और प्रभावी बनाने के लिए आयोजित की गई थी।
राज्यपाल के अभिभाषण से होगी शुरुआत
उन्होंने बताया कि 18 फरवरी को राज्यपाल का अभिभाषण होगा, जो बजट सत्र की शुरुआत को चिह्नित करेगा। इस सत्र में तीन विधेयक सदन में पेश किए जाएंगे और इन्हें सत्र की अवधि के भीतर ही पारित कराने की योजना है। इसके अलावा, 20 फरवरी को दोपहर 12:30 बजे बजट पेश किया जाएगा।
विपक्ष की मांग: सत्र की अवधि बढ़ाने पर जोर
उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी बैठक के बाद मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने अपनी मांग रखी है कि बजट सत्र की अवधि को बढ़ाया जाए ताकि जनता से जुड़े मुद्दों पर अधिक समय तक चर्चा की जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार बीते कुछ वर्षों से सत्र की अवधि को कम करती आई है, जिससे गंभीर मुद्दों पर बहस करने का अवसर सीमित हो जाता है।
यशपाल आर्य ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “भाजपा सरकार सदन में सवालों से बचती है और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहती। सरकार अब तक किसानों के गन्ना भुगतान की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाई है और न ही गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) घोषित किया गया है। हम इन सभी मुद्दों को सदन में उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस विधायक दल की एक अलग बैठक भी आयोजित की जाएगी, जिसमें बजट सत्र के दौरान सरकार को घेरने की रणनीति तय की जाएगी। इसके अलावा, कांग्रेस सदन की अवधि बढ़ाने के लिए भी प्रयास करेगी ताकि जनता से जुड़े मुद्दों को उचित समय मिल सके।
भाजपा का जवाब
विपक्ष के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा विधायकों ने कहा कि सरकार जनता के हित में कार्य कर रही है और बजट सत्र के दौरान सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। भाजपा विधायक उमेश शर्मा ने कहा कि विपक्ष सिर्फ राजनीति कर रहा है और बिना किसी ठोस आधार के सरकार की आलोचना कर रहा है।
क्या होंगे बजट सत्र के मुख्य एजेंडे?
उत्तराखंड बजट सत्र के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। बजट सत्र में सरकार मुख्य रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे और पर्यटन के विकास के लिए नई योजनाओं की घोषणा कर सकती है। इसके अलावा, किसानों और युवाओं के लिए कुछ नई नीतियां भी बजट का हिस्सा हो सकती हैं। राज्य सरकार के लिए यह बजट खास इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अगले चुनाव से पहले का बजट होगा, जिससे जनता की अपेक्षाएं भी अधिक होंगी।
यह भी पढ़ें-
Delhi Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़: 18 की मौत, मुआवजे का ऐलान, उच्चस्तरीय जांच जारी