UP Police: उत्तर प्रदेश पुलिस में छुट्टियों को लेकर अक्सर विवाद सामने आते रहते हैं। पुलिसकर्मियों को पारिवारिक कारणों से अवकाश लेना बेहद कठिन होता है, चाहे वह मां की बीमारी हो या पत्नी की डिलीवरी। कई बार तो अपनी ही शादी के लिए भी पुलिसकर्मियों को सिर्फ तीन से पांच दिन की छुट्टी मिलती है, जिसमें यात्रा का समय भी शामिल होता है। हाल ही में मेरठ पुलिस से जुड़ा एक मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक कांस्टेबल की पत्नी ने अपने पति की छुट्टी काटे जाने पर मेरठ पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस को टैग करते हुए SSP से सवाल किया है।
Table of Contents
UP police में छुट्टी पर विवाद
मेरठ पुलिस में यूपी 112 पर तैनात हेड कांस्टेबल प्रवीण कुमार ने अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिए 45 दिन की छुट्टी के लिए अर्जी दी थी। उन्होंने अपनी अर्जी में यह बताया था कि उनकी पत्नी को डिलीवरी के पहले और बाद में देखभाल की आवश्यकता है, जिसके लिए उनका साथ रहना जरूरी है।
दरोगा ने इस अर्जी पर विचार करते हुए 30 दिन की छुट्टी मंजूर की और फाइनल अप्रूवल के लिए फाइल कप्तान को भेजी। हालांकि, कप्तान ने इस पर विचार करने के बाद 30 दिन में से भी 20 दिन की छुट्टी काट दी और केवल 10 दिन की छुट्टी को मंजूरी दी। कांस्टेबल ने जब यह जानकारी अपनी पत्नी को दी, तो उसने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिख डाली।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पोस्ट
कांस्टेबल की पत्नी दीपा कोहली ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से मेरठ SSP को टैग करते हुए पोस्ट किया,
“श्रीमान एसएसपी मेरठ जी का मेरे पति को मेरी डिलीवरी हेतु 45 दिवस में से 10 दिवस उपार्जित अवकाश देने पर बहुत-बहुत धन्यवाद। श्रीमानजी साथ ही ये भी बता देते कि मैं कैसे 10 दिन में डिलीवरी कराकर स्वस्थ हो सकती हूं। श्रीमानजी कुछ तो शर्म करो एक औरत के लिए।”
यह पोस्ट उत्तर प्रदेश पुलिस और मेरठ पुलिस को भी टैग किया गया था, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस मामले ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया और इसे लेकर विभागीय चर्चा शुरू हो गई।
मामले की जांच शुरू
SSP मेरठ, डॉ. विपिन ताडा ने इस पूरे प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच एसपी लाइन्स को सौंपी गई है और सभी पक्षों से जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
UP police में छुट्टियों को लेकर परेशानी
उत्तर प्रदेश पुलिसकर्मियों को छुट्टियों को लेकर अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार निजी कारणों से छुट्टी न मिलने पर पुलिसकर्मी मानसिक तनाव में आ जाते हैं।
- शादी के लिए पुलिसकर्मियों को महज तीन से पांच दिन की छुट्टी मिलती है, जिसमें यात्रा का समय भी शामिल होता है।
- कई बार मां की बीमारी, पिता के अंतिम संस्कार जैसे गंभीर मामलों में भी पुलिसकर्मियों को छुट्टी लेने के लिए उच्च अधिकारियों से सिफारिश करवानी पड़ती है।
- पत्नी की डिलीवरी जैसे महत्वपूर्ण मामलों में भी छुट्टी को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कई लोग पुलिस विभाग की सख्त छुट्टी नीति की आलोचना कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे अनुशासन बनाए रखने की जरूरत बता रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा, “पुलिसकर्मियों के पास भी परिवार होता है, उन्हें भी निजी समय चाहिए होता है। छुट्टी देने में इतनी कठोरता क्यों?”
वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, “अगर सभी को लंबी छुट्टी देने लगे तो पुलिस का काम कौन करेगा? लेकिन मानवीय आधार पर कुछ छूट जरूर मिलनी चाहिए।”
क्या हो सकता है आगे?
मेरठ SSP द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में कांस्टेबल की छुट्टी को लेकर पुनर्विचार किया जा सकता है। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। यह मामला पुलिसकर्मियों की छुट्टी नीति को लेकर एक बड़ी बहस को जन्म दे सकता है। अगर इस मामले में उच्चस्तरीय हस्तक्षेप हुआ, तो संभव है कि भविष्य में पुलिसकर्मियों के लिए छुट्टी के नियमों में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
Rajasthan: सीएम-डिप्टी सीएम को मिली धमकी के बाद बड़ी कार्रवाई, जेलर समेत 11 अधिकारी-कर्मचारी निलंबित