Road Accident: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेसवे पर शनिवार को हुए दो अलग-अलग सड़क हादसों ने एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने की खतरनाक तस्वीर पेश की। इन हादसों में 6 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसों के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और राहत दल ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और यातायात को सामान्य किया।
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Road Accident: पहला हादस में 6 की मौत
पहला हादसा मथुरा के थाना बलदेव क्षेत्र में माइलस्टोन संख्या 140 के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, दिल्ली से आगरा की ओर जा रही तेज रफ्तार ईको कार एक अज्ञात वाहन से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार में सवार 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 2 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया, वहीं घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है और पुलिस परिजनों को सूचना देने में जुटी है।
Road Accident: दूसरा हादसे में यात्रियों से भरी बस पलटी
दूसरी घटना यमुना एक्सप्रेसवे पर माइलस्टोन 131 के पास हुई, जहां दिल्ली से मध्य प्रदेश की ओर जा रही एक यात्री बस अचानक डिवाइडर से टकराकर पलट गई। इस हादसे में बस में सवार करीब 30 यात्री घायल हो गए, जिनमें से 4 की हालत नाजुक बताई जा रही है।
हादसे के तुरंत बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद यात्रियों में चीख-पुकार मच गई थी और मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था।
ड्राइवर को झपकी आना बना हादसों की वजह
मथुरा के एसएसपी श्लोक कुमार ने हादसों के पीछे वाहन चालकों को झपकी आना प्रमुख कारण बताया है। उन्होंने कहा, ईको कार का ड्राइवर नींद की झपकी में था, जिसके कारण आगे चल रहे वाहन से कार टकरा गई और हादसे में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बस हादसा भी संभवतः ड्राइवर को झपकी आने की वजह से हुआ है। एसएसपी ने सभी वाहन चालकों से लंबी दूरी की यात्रा के दौरान सावधानी बरतने और पर्याप्त आराम लेने की अपील की, ताकि ऐसे दर्दनाक हादसों से बचा जा सके।
पुलिस कर रही जांच, परिजनों को दी जा रही सूचना
फिलहाल पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है और घटनास्थलों से यातायात को सामान्य कर दिया गया है। मृतकों के परिजनों को सूचना दी जा रही है और उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन प्रशासन द्वारा दिया गया है। हादसों के बाद एक्सप्रेसवे पर कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित हुआ, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू व क्लियरेंस ऑपरेशन कर वाहनों की आवाजाही सामान्य कर दी है।
बढ़ते हादसों ने फिर खड़े किए सवाल
यमुना एक्सप्रेसवे पर अक्सर नींद और तेज रफ्तार की वजह से हादसे होते रहते हैं। ये ताजा घटनाएं एक बार फिर वाहन चालकों की लापरवाही और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी के कारण होने वाले हादसों की गंभीरता को दिखाती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी दूरी की यात्रा पर जाने से पहले वाहन चालकों को पर्याप्त नींद लेकर यात्रा करनी चाहिए और बीच-बीच में रुककर आराम करना चाहिए, ताकि झपकी आने की वजह से होने वाले हादसों को टाला जा सके।
यातायात और पुलिस प्रशासन सतर्क
पुलिस प्रशासन ने बताया कि एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग और सीसीटीवी निगरानी बढ़ाई जाएगी, ताकि दुर्घटनाओं को समय रहते रोका जा सके। इसके अलावा, ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान भी चलाने जा रही है।
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