Bareilly Blast: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में बड़ा विस्फोट हुआ, जिससे एक बड़ा हादसा हो गया। इस धमाके से आसपास के 8 मकान धराशायी हो गए। हादसे में एक बच्चे समेत पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि चार लोग घायल हो गए हैं। जानकारी के अनुसार, विस्फोट उस वक्त हुआ जब एक घर में अवैध रूप से पटाखों का निर्माण किया जा रहा था। लगभग पांच बजे के करीब जोरदार धमाका हुआ, जिसने आसपास के इलाकों को भी हिला दिया। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है, और प्रशासन ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। अवैध पटाखा फैक्ट्री चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है, और प्रशासन द्वारा ऐसी गतिविधियों पर सख्त नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
Table of Contents
पांच लोगों की मौत, चार घायल
बरेली जिले के आंवला तहसील स्थित सिरौली थाना अंतर्गत कल्याणपुर हैवतपुर गांव में मंगलवार शाम एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में जोरदार विस्फोट हुआ। जानकारी के मुताबिक, इस घर में अवैध रूप से पटाखों का निर्माण हो रहा था, जब शाम लगभग पांच बजे के आसपास धमाका हुआ। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसके चलते आसपास के आठ मकान ध्वस्त हो गए। इस हादसे में एक बच्चा समेत पांच लोगों की जान चली गई, जबकि चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुआ विस्फोट, कई घर क्षतिग्रस्त
बरेली जिले के सिरौली थाना क्षेत्र के कल्याणपुर हैवतपुर गांव में हुए अवैध पटाखा फैक्ट्री विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास के कई मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, खासकर कच्चे मकानों को भारी नुकसान हुआ। कुछ मकानों का मलबा गिरने से और भी लोग दबे हो सकते हैं, जिसके चलते रेस्क्यू ऑपरेशन तुरंत शुरू कर दिया गया है।
मृतकों को इस प्रकार हुई पहचान
बरेली जिले के सिरौली थाना क्षेत्र में हुए अवैध पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सभी घायलों को पहले रामनगर के जन स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। घायलों में फातिमा (35) और सितारा (55) गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि रहमान शाह (60) और छोटी बेगम (55) को सिर में चोटें आई हैं। घायलों की हालत को देखते हुए उन्हें बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
अवैध पटाखा फैक्ट्रियों का बढ़ रहा संचालन
दीपावली के समय पटाखों की मांग बढ़ने के साथ ही अवैध पटाखा फैक्ट्रियों का संचालन भी बढ़ जाता है, जहां सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जाता। ये अवैध फैक्ट्रियां अक्सर सस्ते श्रमिकों, विशेष रूप से गरीब मजदूरों को रोजगार देती हैं, जिनके लिए यह काम खतरनाक साबित हो सकता है। सुरक्षा के उपायों की कमी के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें धमाके होते हैं और कई बार जानमाल की भारी क्षति होती है।