Lok Sabha Elections : राजस्थान में दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार अभियान का शोर बुधवार (24 अप्रैल) शाम 6 बजे थम गया। पहले चरण में काफी कम मतदान हुआ था लिहाज दूसरे चरण की वोटिंग के लिए राजनीतिक पार्टियों ने अपना पूरा दम लगाया है। राज्य में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 13 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। राजस्थान में दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को है। 24 अप्रैल को प्रचार के आखिरी दिन सभी दलों के उम्मीदवारों और स्टार प्रचारकों ने पूरा दम लगाया और अपने पक्ष में लोगों से वोट की अपील की।
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2 करोड़ 80 लाख मतदाता करेंगे वोटिंग
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राजस्थान की 13 सीटों पर शुक्रवार को मतदान होगा। बुधवार शाम को छह बजे चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। दूसरे चरण में 28 हजार 758 मतदान केंद्रों पर 2 करोड़ 80 लाख मतदाता मतदान करेंगे।
इन 13 सीटो पर होगा मतदान
राजस्थान में दूसरे चरण के चुनाव में टोंक सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर-जैसलमेर, जालौर-सीकर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़ 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। पूरी कमान प्रदेश के नेताओं के हाथ में रही। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ व भीलवाड़ा में जनसभा को संबोधित किया। उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भीलवाड़ा में रोड शो और सवाईमाधोपुर में जनसभा को संबोधित किया।
152 प्रत्याशी मैदान में
प्रदेश में दूसरे चरण में 13 सीटों पर 152 प्रत्याशी मैदान में है। एक लाख 72 हजार कर्मचारी मतदान संपन्न करवाएंगे। चुनाव प्रचार अभियान के अंतिम दिन भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों ने पूरी ताकत झोंक दी। टोंक सवाई माधोपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी के सुखबीर सिंह मैदान में हैं तो वहीं, इस सीट पर हरीश मीणा को टिकट मिला है. अजमेर सीट पर बीजेपी के भागीरथ चौधरी का मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी रामचंद्र चौधरी से है. इसके अलावा पाली लोकसभा सीट पर बीजेपी के पीपी चौधरी और कांग्रेस के संगीता बेनीवाल के बीच चुनावी जंग है।
जानिए इन 13 सीटों पर क्या रहेंगी पाबंदियां
- राजस्थान में ओपिनियन पोल या अन्य पोल सर्वे के प्रसारण पर प्रतिबंध रहेगा। साथ ही एग्जिट पोल के परिणामों को समाचार पत्रों में प्रकाशित या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रसारित करना अथवा अन्य किसी तरीके से प्रचार-प्रसार करने पर भी पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा।
- निर्वाचन मशीनरी एवं पुलिस प्रशासन सुनिश्चित करेंगे कि सामुदायिक केंद्रों, धर्मशालाओं, गेस्ट हाऊस, लॉज, होटलों आदि में ठहरे हुए बाहरी व्यक्तियों की जानकारी और सत्यापन किया जाए। साथ ही बाहर से आने वाले वाहनों पर भी निगरानी रखी जाए।
- द्वितीय चरण के चुनाव से सम्बंधित सिनेमा, चलचित्र, टेलीविजन या वैसे ही अन्य साधनों द्वारा जनता के समक्ष किसी निर्वाचन संबंधी बात का प्रदर्शन नहीं करेगा।
- कोई भी राजनैतिक व्यक्ति जो, उस निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता या अभ्यर्थी नहीं है अथवा सांसद या विधायक नहीं है, वह उस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रचार समाप्त होने के पश्चात् नहीं ठहर सकता।
- इस दौरान अंतरराज्यीय सीमाएं भी सील रहेंगी। इन क्षेत्रों में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध के साथ सूखा दिवस रहेगा।