Shaktisinh Gohil: गुजरात विधानसभा की विसावदर और कड़ी सीट पर हाल में हुए उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए यह कदम उठाया। अब उनकी जगह पर दानिलिमदा सीट से विधायक शैलेश परमार को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है।
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Shaktisinh Gohil: गोहिल का इस्तीफा और बयान
राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने सोमवार (23 जून) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मैं भारत की सबसे पुरानी और महान पार्टी का अनुशासित सिपाही रहा हूं। मैंने कड़ी मेहनत की और पार्टी को सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की। दुर्भाग्यवश, हम उपचुनाव में सफल नहीं हो सके।
Shaktisinh Gohil: ‘मैं कांग्रेस का अनुशासित सिपाही बना रहूंगा’
उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और गुजरात प्रभारी मुकुल वासनिक का उन्हें लगातार सहयोग और समर्थन मिलता रहा। गोहिल ने भावुक होकर कहा, राजीव गांधी और सोनिया गांधी का मार्गदर्शन मेरे लिए जीवन का सबसे बड़ा आशीर्वाद रहा है। गोहिल ने लिखा, मैंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कुछ घंटे पहले गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। मैं कांग्रेस का अनुशासित सिपाही बना रहूंगा — हमेशा। जय कांग्रेस। जय हिंद।
Shaktisinh Gohil: शैलेश परमार को सौंपी गई कमान
गोहिल के इस्तीफे के बाद गुजरात कांग्रेस की कमान अब वरिष्ठ नेता और दानिलिमदा से विधायक शैलेश परमार को सौंपी गई है। परमार कांग्रेस संगठन में एक अनुभवी और जमीनी नेता माने जाते हैं, और अब उनके सामने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी को पुनर्गठित करने की चुनौती होगी।
उपचुनाव के नतीजे: कांग्रेस तीसरे नंबर पर
विसावदर सीट पर कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। यहां से आम आदमी पार्टी के गोपाल इटालिया ने जीत दर्ज की।
- इटालिया को मिले वोट: 75,942
- बीजेपी के किरीट पटेल को मिले: 58,388
- कांग्रेस के नितिन रणपरिया को मात्र: 5,501 वोट
गौरतलब है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से आप ने जीत दर्ज की थी, लेकिन विधायक ने बाद में बीजेपी का दामन थाम लिया था, जिसके बाद उपचुनाव हुए। कड़ी सीट से बीजेपी प्रत्याशी राजेंद्र चावड़ा ने 99,742 वोटों के साथ जीत हासिल की। कांग्रेस के रमेश चावड़ा को 60,290 वोट मिले। वहीं, आप के जगदीश चावड़ा को मात्र 3,090 वोट ही मिले। कड़ी सीट बीजेपी विधायक के निधन के चलते खाली हुई थी।
क्या कहती है यह हार?
गुजरात में कांग्रेस की स्थिति पहले से ही कमजोर मानी जा रही थी। उपचुनाव में भी पार्टी के प्रदर्शन ने उसकी जनाधार पर पकड़ और राजनीतिक प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विसावदर में तीसरे स्थान पर रहना कांग्रेस के लिए चिंताजनक है। आम आदमी पार्टी ने यहां अपनी साख को बरकरार रखा, वहीं बीजेपी ने कड़ी सीट पर आसानी से जीत दर्ज की। कांग्रेस नेतृत्व के लिए यह एक चेतावनी भरा संदेश है कि संगठनात्मक ढांचे को मजबूत किए बिना आगामी चुनावों में जीत की उम्मीद करना मुश्किल होगा।
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