Rajasthan bypolls: राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बुधवार को मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के अनुसार, राज्य में कुल मतदान प्रतिशत 62.1% से 75.62% के बीच रहा। खींवसर में सर्वाधिक 75.62% मतदान हुआ। यह सीट जाट बहुल क्षेत्र है। भाजपा के रेवंत राम डांगा, कांग्रेस के रतन चौधरी और आरएलपी: कनिका चौधरी (हनुमान बेनीवाल की पत्नी) के बीच मुख्य मुकाबला है।
दौसा में सबसे कम 62.1% मतदान हुआ। यह सीट अन्य क्षेत्रों की तुलना में कम सक्रियता का उदाहरण बनी।
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खींवसर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
खींवसर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। भाजपा के उम्मीदवार रेवंत राम डांगा, जो इस सीट पर पार्टी का प्रमुख चेहरा हैं। कांग्रेस के उम्मीदवार रतन चौधरी, जिनकी जीत पर पार्टी का फोकस है। आरएलपी की उम्मीदवार कनिका चौधरी, पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल की पत्नी, जिनका चुनावी प्रभाव क्षेत्र में देखा जा रहा है।
इन सात सीटों पर हुआ मतदान
राजस्थान में सात विधानसभा क्षेत्रों (रामगढ़, दौसा, चौरासी, झुंझुनू, खींवसर, देवली-उनियारा, और सलूम्बर) में हुए उपचुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुए। कुल 1,915 मतदान केंद्र बनाए गए है। समाज के विभिन्न वर्गों ने बढ़-चढ़कर मतदान में भाग लिया।
69.29 प्रतिशत मतदान दर्ज
राजस्थान में सात विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में मतदान प्रक्रिया बुधवार को समाप्त हुई, जिसमें 69.29 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। यह आंकड़ा गुरुवार को अंतिम सत्यापन और दस्तावेजों की जांच के बाद अद्यतन किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवीन महाजन के अनुसार, 2023 के विधानसभा चुनाव में इन सात सीटों पर कुल मतदान प्रतिशत 74.62% था। इस उपचुनाव में मतदान प्रतिशत थोड़ी गिरावट के साथ 69.29% तक दर्ज हुआ।
विधानसभा क्षेत्रवार मतदान प्रतिशत
विधानसभा क्षेत्र | मतदान प्रतिशत |
खींवसर | 75.62% |
रामगढ़ | 75.27% |
चौरासी | 74.1% |
सलूम्बर | 67.01% |
झुंझुनूं | 65.8% |
देवली-उनियारा | 65.1% |
दौसा | 62.1% |
खींवसर और रामगढ़ में सबसे अधिक मतदान
खींवसर और रामगढ़ में सबसे अधिक मतदान हुआ। दौसा और देवली-उनियारा में मतदान प्रतिशत सबसे कम रहा। 2023 के विधानसभा चुनाव की तुलना में इस उपचुनाव में मतदान प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई। यह उपचुनाव न केवल इन सात क्षेत्रों में बल्कि पूरे राजस्थान के राजनीतिक समीकरणों पर प्रभाव डालने वाला है। 23 नवंबर को मतगणना के बाद इसका प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखेगा।
23 नवंबर को मतगणना
सुबह 7 बजे से शुरू हुए मतदान में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मतदाताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। शाम 6 बजे के बाद भी कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। 23 नवंबर 2024, सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी।
3,127 मतदाताओं ने घर से ही किया मताधिकार का प्रयोग
कुल 3,193 मतदाताओं ने घर से ही मतदान के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 37 की मतदान के समय मृत्यु हो गई। 4 से 10 नवंबर की अवधि के दौरान कुल 3,127 मतदाताओं ने घर से ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। केवल 29 मतदाता अनुपस्थित होने के कारण मतदान नहीं कर सके।
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