Post Office: डाक विभाग ने देशभर में ग्राहकों की सुविधा के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब पोस्ट ऑफिस में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और रेकरिंग डिपॉजिट (RD) खातों से जुड़ी सेवाएं आधार आधारित बायोमेट्रिक ई-केवाईसी के जरिए भी मिल सकेंगी। इस बदलाव के बाद ग्राहकों को पोस्ट ऑफिस में लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। अब सिर्फ आधार और बायोमेट्रिक पहचान के जरिए ये सारे काम आसानी से हो सकेंगे।
Table of Contents
Post Office: फिंगरप्रिंट से होगा सत्यापन
डाक विभाग की नई व्यवस्था के तहत पोस्ट ऑफिस असिस्टेंट ग्राहक का फिंगरप्रिंट लेकर आधार से मंजूरी लेगा। इसके बाद बायोमेट्रिक पहचान के जरिए खाता खोलने, पैसे जमा करने, लोन लेने या निकालने जैसी सेवाएं तुरंत पूरी हो जाएंगी।
अब न तो पे-इन स्लिप भरनी होगी और न ही विड्रॉल फॉर्म। अगर ट्रांजैक्शन पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट से हो रहा है तो एसबी-7 फॉर्म भी नहीं भरना पड़ेगा। इससे वरिष्ठ नागरिकों और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले ग्राहकों को खास फायदा होगा।
Post Office: आधार नंबर रहेगा पूरी तरह सुरक्षित
डाक विभाग ने आधार नंबर की सुरक्षा के लिए भी बड़ा बदलाव किया है। अब किसी भी दस्तावेज पर पूरा आधार नंबर नहीं दिखेगा, केवल अंतिम चार अंक ही दिखाई देंगे। बाकी अंक छिपा दिए जाएंगे। अगर किसी कागज पर पूरा आधार नंबर छप भी जाए, तो पोस्ट ऑफिस कर्मचारी उसे काले पेन से ढक देंगे। इससे आधार की गोपनीयता सुरक्षित रहेगी।
Post Office: कौन-कौन सी सेवाएं होंगी आसान?
नई सुविधा के तहत अब पोस्ट ऑफिस में ई-केवाईसी के माध्यम से निम्नलिखित सेवाएं बिना फॉर्म के मिल सकेंगी:
- पीपीएफ और आरडी खाता खोलना
- पीपीएफ और आरडी में पैसे जमा करना
- पीपीएफ और आरडी लोन खाता खोलना
- लोन का वितरण (कोई लिमिट नहीं)
- पीपीएफ खाते से पैसे निकालना
- लोन का रीपेमेंट
- खाता बंद करना
- नॉमिनी अपडेट करना
- खाता ट्रांसफर करना
ग्राहक अब अपने पीपीएफ और आरडी खातों में केवल आधार और बायोमेट्रिक से ट्रांजैक्शन कर सकेंगे, जिससे लंबी लाइन और कागजी प्रक्रिया से छुटकारा मिलेगा।
डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और कदम
डाक विभाग ने 6 जनवरी 2025 से पूरे देश में आधार आधारित ई-केवाईसी की शुरुआत की थी। पहले यह सुविधा सिंगल सेविंग अकाउंट, मंथली इनकम स्कीम (MIS), टाइम डिपॉजिट (TD), किसान विकास पत्र (KVP) और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) में शुरू की गई थी। 4 अप्रैल 2025 से इसे सभी राज्यों में लागू कर दिया गया था।
अब पीपीएफ और आरडी में भी यह सुविधा शुरू होने से पोस्ट ऑफिस में खातों का प्रबंधन और लेन-देन सरल, तेज और सुरक्षित होगा। यह डिजिटल इंडिया अभियान को और मजबूती देने वाला कदम साबित होगा।
ग्राहकों को होगा बड़ा फायदा
डाक विभाग की इस पहल से लाखों ग्राहकों को फायदा होगा। जो लोग पहले लंबी प्रक्रिया और दस्तावेज के कारण पोस्ट ऑफिस में खाता खोलने या ट्रांजैक्शन करने में असुविधा महसूस करते थे, उनके लिए अब यह बेहद सरल हो गया है। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग भी अब बायोमेट्रिक के जरिए अपनी पहचान कराकर आसानी से पीपीएफ और आरडी खाता खोल सकते हैं और उसका संचालन कर सकते हैं।
डाक विभाग की इस नई सुविधा से पोस्ट ऑफिस में डिजिटल सेवाओं का दायरा बढ़ा है और ग्राहकों के लिए बचत योजनाओं में भागीदारी आसान हुई है। अगर आप भी पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ या आरडी खाता खोलने या उसमें पैसे जमा करने की योजना बना रहे हैं, तो अब आधार-बायोमेट्रिक ई-केवाईसी से यह काम मिनटों में करवा सकते हैं।
यह भी पढ़ें:-