Mauganj Violence: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए एएसआई रामचरण गौतम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें “शहीद” का दर्जा देने की घोषणा की। इसके साथ ही उनके परिजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया गया है।
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Mauganj Violence: सीएम ने जताया दुख, कहा- ‘सरकार शहीदों का सम्मान करती है’
रविवार को राजगढ़ दौरे के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि रामचरण गौतम ने कर्तव्य पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। हमारी सरकार ऐसे शहीदों का सम्मान करती है। हम सुनिश्चित करेंगे कि उनके परिवार को हरसंभव सहायता मिले। हमारी सरकार ने ही इस नीति की शुरुआत की है, जिसमें शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को एक करोड़ रुपये और एक सरकारी नौकरी दी जाती है।
सीएम ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर भी एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कर्तव्य निर्वहन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले एएसआई रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। उनके आश्रितों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता राशि मिलेगी और पात्र उत्तराधिकारी को शासकीय सेवा में लिया जाएगा। उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, घटना में घायल अन्य पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए रीवा अस्पताल भेजा गया है। डीआईजी रीवा और एसपी मऊगंज मौके पर पहुंच गए हैं। मैंने एडीजी रीवा जोन और डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे खुद स्थिति की निगरानी करें और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।
Mauganj Violence: कैसे हुई घटना?
शनिवार (14 मार्च) को मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में दो गुटों के बीच विवाद हुआ था। जब तहसीलदार, थाना प्रभारी सहित पुलिस की टीम स्थिति को नियंत्रित करने पहुंची, तो भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में एएसआई रामचरण गौतम गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई। इस झड़प में एक अन्य व्यक्ति की भी हत्या कर दी गई और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
Mauganj Violence: कड़ी कार्रवाई के आदेश, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
हिंसा के बाद पुलिस ने तत्काल धारा 144 लागू कर दी और भारी पुलिस बल को तैनात किया गया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि घटना में शामिल सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। इस घटना से स्थानीय लोगों में रोष है और पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
शहीद पुलिसकर्मियों के लिए सरकार की नीतियां
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि शहीद पुलिसकर्मियों को उचित सम्मान देने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार द्वारा शुरू की गई नीति के तहत शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को आर्थिक सहायता और नौकरी दी जाती है, जिससे उनके परिवार को सुरक्षित भविष्य मिल सके।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना पर विपक्षी दलों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, “प्रदेश में कानून-व्यवस्था चरमरा चुकी है। पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं। सरकार को जल्द से जल्द दोषियों को सजा दिलानी चाहिए।
वहीं, भाजपा प्रवक्ता ने कहा, मोहन यादव सरकार अपराधियों को बख्शने वाली नहीं है। दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
Mauganj Violence: घटना के बाद का माहौल
घटना के बाद मऊगंज में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस लगातार गश्त कर रही है और संदिग्धों की पहचान कर रही है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
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