Boat Capsized: मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में मंगलवार को एक बड़ा हादसा हो गया। जिले के खनियाधाना थाना क्षेत्र स्थित माताटीला बांध में 15 लोगों को लेकर जा रही एक नाव पलट गई, जिसमें सात लोगों की डूबने से मौत हो गई। इनमें तीन महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन, पुलिस और राहत बचाव दल मौके पर पहुंचा और आठ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। शिवपुरी जिले में हुआ यह हादसा एक दर्दनाक त्रासदी है, जो प्रशासन की लापरवाही और सुरक्षा उपायों की कमी को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
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Boat Capsized: फाग होली मनाने जा रहे थे श्रद्धालु
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, यह हादसा शिवपुरी जिले के रजवान गांव के पास स्थित माताटीला बांध में हुआ। श्रद्धालु फाग होली मनाने के लिए नाव से बांध के बीच स्थित एक टापू पर जा रहे थे, जहां सिद्ध बाबा का प्रसिद्ध मंदिर है। इसी दौरान बीच रास्ते में नाव अनियंत्रित होकर पलट गई और सात लोग डूब गए।
Boat Capsized: रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन ने राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य में जुट गईं। गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रही है। इस घटना की पुष्टि एसडीएम पिछोर शिवदयाल धाकड़ ने की है।
डूबने वालों की पहचान
हादसे में जिन सात लोगों की डूबने से मौत हुई है, उनकी पहचान इस प्रकार की गई है:
- शारदा (55 वर्ष)
- कुमकुम (15 वर्ष)
- लीला (40 वर्ष)
- चाइना (14 वर्ष)
- कान्हा (7 वर्ष)
- राम देवी (35 वर्ष)
- शिवा (8 वर्ष)
जबकि आठ अन्य लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
Boat Capsized: मुख्यमंत्री ने जताया शोक, आर्थिक सहायता की घोषणा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर लिखा, शिवपुरी जिले के खनियाधाना क्षेत्र में माताटीला बांध के टापू पर सिद्ध बाबा मंदिर में फाग होली के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की नाव पलटने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत दुखद है। दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए।
Boat Capsized: स्थानीय प्रशासन की लापरवाही भी आई सामने
इस घटना ने प्रशासनिक लापरवाही को भी उजागर किया है। बताया जा रहा है कि जिस नाव से श्रद्धालु टापू पर जा रहे थे, वह क्षमता से अधिक भरी हुई थी और उसमें लाइफ जैकेट जैसी सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। प्रशासन अब इस मामले की जांच कर रहा है कि आखिर नाव पलटने की मुख्य वजह क्या रही।
Boat Capsized: ग्रामीणों में आक्रोश
हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने पहले से कोई एहतियाती कदम नहीं उठाए थे, जबकि हर साल होली के समय बड़ी संख्या में श्रद्धालु सिद्ध बाबा मंदिर जाने के लिए इस मार्ग का उपयोग करते हैं।
Boat Capsized: घटना के बाद माहौल गमगीन
इस हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतकों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। बचाए गए लोग अभी भी सदमे में हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि हादसे की गहन जांच की जाएगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
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