Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम के बैसरन इलाके में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले ने एक बार फिर घाटी की शांति को खून से रंग दिया। दोपहर करीब तीन बजे हुए इस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों के एक समूह को निशाना बनाया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मृतकों में दो विदेशी नागरिकों के शामिल होने की भी पुष्टि हुई है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, घायलों का उपचार श्रीनगर और अनंतनाग के अस्पतालों में चल रहा है, जहां कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है।
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Terrorist Attack: धर्म पूछकर चलाई गोलियां
हमले के प्रत्यक्षदर्शियों ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। एक महिला पर्यटक ने बताया कि आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और जब उन्होंने ‘हिंदू’ होने की पुष्टि की, तो उन पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई गईं। यह सांप्रदायिक क्रूरता ने देशभर में गुस्से की लहर दौड़ा दी है।
Terrorist Attack: सर्च ऑपरेशन जारी, बिना नंबर प्लेट की बाइक बरामद
घटना के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर विस्तृत सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सीआरपीएफ की क्विक एक्शन टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है। घटनास्थल के पास से बिना नंबर प्लेट की एक बाइक बरामद की गई है, जिससे आतंकियों की पहचान में मदद मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
Terrorist Attack: पीएम मोदी ने दौरा रद्द कर सऊदी अरब से की वापसी
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़कर भारत लौटने का निर्णय लिया है। सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने सऊदी अरब द्वारा आयोजित आधिकारिक रात्रिभोज में भाग नहीं लिया और आज रात ही भारत रवाना हो गए। उनका मूल कार्यक्रम बुधवार सुबह लौटने का था, जिसे अब एक दिन पहले कर दिया गया।
Terrorist Attack: शाह की उच्च स्तरीय बैठक, हमले की कड़ी निंदा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर में हैं और उन्होंने सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में सेना, पुलिस और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। शाह ने हमले को “जघन्य” बताते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कहा, “हमले में शामिल किसी को बख्शा नहीं जाएगा, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।” उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को हमले की पूरी जानकारी दी और घटनास्थल पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
Terrorist Attack: ठाणे के तीन पर्यटकों की मौत, हेल्पलाइन नंबर जारी
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के डोंबिवली क्षेत्र के तीन लोगों – हेमंत जोशी, संजय लेले और अतुल मोने – की इस हमले में मौत की पुष्टि हुई है। ठाणे जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सहायता देने की घोषणा की है और कश्मीर में फंसे अन्य ठाणे निवासियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
विपक्ष और संत समाज की भी प्रतिक्रिया
हमले की देशभर में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर हम सब एकजुट हैं।”
पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा, “यह हमला बेहद दुखद है। घाटी का शांतिपूर्ण माहौल फिर से बिगाड़ने की कोशिश हो रही है।”
टीएस सिंह देव ने केंद्र सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, “ऐसे हमले शांति की प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हैं।”
अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेन्द्रानंद सरस्वती ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा, “यह हमला हिंदू धर्म को निशाना बनाने वाला है। भारत सरकार को सेना का प्रयोग कर आतंकियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: ट्रंप और पुतिन ने की निंदा
इस हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कड़ी निंदा हुई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स पर लिखा, “भारत में हुआ यह हमला मानवता पर हमला है।” रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इस घटना को “घृणित और अमानवीय” बताया और भारत को हरसंभव मदद देने की पेशकश की है।
पर्यटन पर असर और अमरनाथ यात्रा पर चिंता
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब घाटी में पर्यटन तेजी से फल-फूल रहा था। इस साल रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों की आमद देखी जा रही थी। अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होनी है, ऐसे में इस हमले ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है।
स्थानीय लोगों ने दिखाई इंसानियत
जहां आतंकी बर्बरता की मिसाल बनते गए, वहीं स्थानीय लोगों ने इंसानियत की मिसाल पेश की। एक स्थानीय पर्यटक पुलिसकर्मी ने बताया कि उसने “तीन घायलों को अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया।” गुलज़ार अहमद नामक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, हम ग्राहक छोड़कर दूर हट गए, लेकिन अब पर्यटक दोबारा आएंगे या नहीं, ये मुश्किल है।
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