Kuwait Fire: कुवैत में 12 जून को हुए भीषण अग्निकांड में मारे गए लोगों का आधिकारिक आंकड़ा सामने आया है। कुवैत के अधिकारियों ने बताया कि 49 मृतकों में से 45 की पहचान भारतीयों के रूप में हुई है। वहीं मरने वालों में तीन फिलीपींस के नागरिक हैं। अभी एक शव की पहचान नहीं हो पाई है। 45 भारतीयों के शव लेकर वायुसेना का विशेष विमान शुक्रवार को कोच्चि में लैंड किया। बाद में इस विमान को दिल्ली ले जाया जाएगा। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश गोपी, विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन और राज्य के कई कैबिनेट मंत्री हवाई अड्डे पर मौजूद थे। उनके शवों को वापस भारत लाने का इंतजाम किया गया। इस तरह की घटनाएं प्रवासी भारतीयों और उनके परिवारों के लिए अत्यंत पीड़ादायक होती हैं।
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केरल के इन राज्यों के भी हैं मृतक
राज्य के कानून मंत्री पी. राजीव ने बताया कि मृतकों की अधिकतम संख्या केरल से थी। इसलिए विमान पहले यहां उतरा है। यही विमान बाकी शवों को लेकर दिल्ली रवाना हो रहा है। अग्निकांड में मरने वालों में केरल के 23, तमिलनाडु के सात, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश के तीन-तीन, ओडिशा के दो और बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड और हरियाणा के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं।
शव को घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस आवंटित
बताया जा रहा है कि केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के मरने वालों के शवों को उनके यहां भेजा जाएगा। केरल सरकार ने शवों के निरीक्षण की व्यवस्था की है और प्रत्येक शव को उनके घर ले जाने के लिए एक एम्बुलेंस भी आवंटित की गई है। हवाई अड्डे पर पार्थिव शरीर को कुछ देर के लिए रखा गया, जिसके बाद मृतकों के परिजनों को सौंप दिया गया।
33 लोग अभी अस्पताल में भर्ती
आपको बता दें कि कुवैत पहुंचे केंद्रीय मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी विमान में सवार थे। कुवैत के मंगाफ शहर में बुधवार को छह मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई थी, जिसमें कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई। दूतावास ने कहा कि इमारत में 176 भारतीय कर्मचारी थे, जिनमें से 45 की मौत हो गई और 33 अस्पताल में भर्ती हैं।
शॉर्ट सर्किट से लगी थी आग
बताया जा रहा है कि यह आग शॉर्ट सर्किट की वजह लगी है। यहां 24 से ज्यादा गैस सिलेंडर रखे थे, ऐसे में आग और भी ज्यादा फैल गई। कई सारे ज्वलनशील पदार्थ भी रखे थे, जिसके कारण आग तेजी से फैली। छत की ऊपरी मंजिल पर मौजूद लोगों ने छत पर जाने की कोशिश की। दरवाजा बंद होने के कारण मजदूर आग में फंस गए और ये लोग जिंदा जल गए।
मृतकों को मुआवजा देने के निर्देश
एक रिपोर्ट के अनुसार, अब मृतकों को मुआवजा देने की तैयारी की जा रही है। कुवैत के उप प्रधानमंत्री शेख फहद ने मुआवजे की राशि का उल्लेख किए बिना कहा कि अमीर शेख मेशाल ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का निर्देश दिया है। इससे पहले अमीर ने मृत भारतीयों के शवों को वतन वापस भेजने के लिए सैन्य विमान तैयार करने का आदेश दिए थे।
इस दुखद अवसर पर सरकार और संबंधित एजेंसियों ने प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। प्रवासी भारतीयों के लिए यह एक कठिन समय है, और उनकी वापसी और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में सरकार का सहयोग उनके लिए कुछ हद तक राहत देने वाला हो सकता है।