Assembly Elections 2024: लोकसभा चुनाव के बाद अब चुनाव आयोग विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गया है। इस वर्ष और अगले कुछ महीनों में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिनमें नई सरकारें चुनी जाएंगी। आयोग ने हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की तैयारी आरंभ कर दी है। इन विधानसभा चुनावों के लिए मतदाता सूची को अपडेट करने का एक जुलाई, 2024 को शुरू होने जा रहा है।
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इन राज्यो में खत्म हो रहा है विधानसभाओं को कार्यकाल
आपको बता दें कि इन तीनों राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच खत्म हो रहा है। ऐसे में यहां विधानसभा के चुनाव उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले कराए जाना जरूरी है। निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के बाद एक नए सदन के गठन के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की विधानसभा के लिए चुनाव कराए जाएंगे।
चुनाव आयोग ने जारी किए निर्देश
विधानसभा चुनाव के लिए आयोग ने सभी पात्र नागरिकों का मतदाता सूची में नामांकन व चुनावों में मतदान के लिए हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र तथा संघ शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कराने का फैसला किया है। आयोग के मुताबिक, इसके लिए बूथ स्तर के अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र में घर-घर जाकर जानकारी इकट्ठा करेंगे। गैर-नामांकित पात्र नागरिक को मतदाता सूची में जोड़ा जाएगा।
चुनाव आयोग की सामान्य तैयारी
वोटर लिस्ट का अद्यतन: सभी पात्र नागरिकों के नाम सुनिश्चित करने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
ईवीएम और वीवीपैट: सही तरीके से काम कर रहे हैं यह सुनिश्चित करने के लिए उनकी जाँच और तैयारियाँ हो रही हैं।
सुरक्षा व्यवस्था: संवेदनशील इलाकों में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। मतदान केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे हैं।
प्रचार अवधि की निगरानी: सभी दलों के लिए समान प्रचार अवसर सुनिश्चित करना और चुनाव आचार संहिता का पालन करना।
चुनावी कर्मियों की ट्रेनिंग: चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए चुनाव कर्मियों की ट्रेनिंग दी जा रही है।
इन राज्यों में चुनी जाएंगी सरकार
हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग की तैयारियां जोरों पर हैं। चुनाव आयोग की तरफ से की जा रही तैयारियों का उद्देश्य निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराना है। इन राज्यों के चुनावी परिणाम न केवल राज्य की राजनीति बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से है। किसान आंदोलन, बेरोजगारी, शिक्षा और विकास कार्य प्रमुख चुनावी मुद्दे होंगे। चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट का अद्यतन और चुनाव कर्मियों की ट्रेनिंग शुरू कर दी है। सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था की जा रही है।
झारखंड विधानसभा चुनाव
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों से है। आदिवासी अधिकार, खनन नीति, बेरोजगारी, और विकास योजनाएँ प्रमुख मुद्दे होंगे। चुनाव आयोग ने संवेदनशील इलाकों में विशेष सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं। मतदाता सूची का अद्यतन और मतदान केंद्रों की स्थापना का कार्य तेजी से चल रहा है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस) की सरकार है। महाविकास अघाड़ी का मुकाबला भाजपा और अन्य छोटे दलों से है। मराठा आरक्षण, किसान मुद्दे, बाढ़ राहत, और कोविड-19 प्रबंधन प्रमुख मुद्दे होंगे। मतदाता सूची का अद्यतन कार्य चल रहा है और सभी मतदान केंद्रों को आवश्यक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। चुनावी आचार संहिता लागू करने और निगरानी के लिए विशेष टीमें बनाई जा रही हैं।
जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव
जम्मू और कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव होंगे। यहाँ मुख्य मुकाबला भाजपा, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और अन्य क्षेत्रीय दलों के बीच है। राज्य का विशेष दर्जा, विकास कार्य, सुरक्षा स्थिति और रोजगार के अवसर प्रमुख मुद्दे होंगे। विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है। मतदाता सूची का अद्यतन और नए मतदाताओं का पंजीकरण हो रहा है।