Naxalites surrendered: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया, जब 19 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें से 9 नक्सलियों पर कुल 28 लाख रुपये का इनाम था। यह आत्मसमर्पण छत्तीसगढ़ सरकार की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 से प्रेरित बताया जा रहा है, जो नक्सलवाद के खात्मे के लिए कारगर साबित हो रही है।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के आत्मसमर्पण की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति 2025 और सुरक्षा बलों के लगातार अभियानों का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है। राज्य सरकार का दावा है कि 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह से खात्मा कर दिया जाएगा और बस्तर सहित अन्य प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित होगी।
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Naxalites surrendered: सरकार का बयान और आत्मसमर्पण का कारण
प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस आत्मसमर्पण को राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ शासन की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति – 2025 से प्रभावित होकर बीजापुर जिले में 28 लाख रुपये के 9 इनामी नक्सलियों सहित कुल 19 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। बस्तर में कैंसर रूपी नक्सलवाद के ताबूत पर आखिरी कील ठोंकने का काम हमारी डबल इंजन की सरकार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संकल्प के अनुरूप मार्च 2026 तक नक्सलवाद का खात्मा तय है।
Naxalites surrendered: छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति का असर
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बस्तर संभाग के सुदूर अंचलों में सरकार द्वारा लगातार नए सुरक्षा कैंप स्थापित करने, ‘नियद नेल्ला नार’ योजना के तहत सड़क निर्माण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार से लोगों का सरकार पर विश्वास बढ़ा है। उन्होंने सुरक्षाबलों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि सरकार, नक्सलवाद छोड़कर मुख्यधारा में लौटने वाले लोगों के पुनर्वास के लिए तत्पर है।
Naxalites surrendered: नक्सलियों के आत्मसमर्पण के पीछे प्रमुख कारण
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने संगठन के विचारों से मोहभंग, निराशा और संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेदों के कारण हथियार डालने का फैसला किया। इसके अलावा, समाज की मुख्यधारा से जुड़कर सुरक्षित पारिवारिक जीवन जीने की चाह भी एक बड़ा कारण रही।
Naxalites surrendered: अब तक की कार्रवाई और आंकड़े
सरकार की नीति के तहत वर्ष 2025 में अब तक कुल 84 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, 137 माओवादी गिरफ्तार किए गए हैं और 56 माओवादी विभिन्न मुठभेड़ों में मारे गए हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास योजना के तहत 25-25 हजार रुपये की नगद राशि प्रदान की गई है।
Naxalites surrendered: बस्तर में बढ़ते सुरक्षा अभियान और विकास कार्य
छत्तीसगढ़ सरकार और सुरक्षाबल लगातार नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा अभियान चला रहे हैं। बस्तर में नक्सलवाद के खात्मे के लिए विशेष सुरक्षा योजनाएं लागू की जा रही हैं। सरकार की ‘नियद नेल्ला नार’ योजना के तहत सुदूर गांवों तक सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और शिक्षा सुविधाओं की उपलब्धता में भी तेजी लाई जा रही है।
Naxalites surrendered: सुरक्षाबलों की सतर्कता और आगे की योजना
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि नक्सलियों का आत्मसमर्पण सरकार की नीतियों की सफलता को दर्शाता है। अधिकारी बताते हैं कि आने वाले महीनों में और अधिक नक्सली आत्मसमर्पण कर सकते हैं। पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त ऑपरेशन से नक्सली गतिविधियों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।
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