Naxalite Encounter: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 माओवादियों को ढेर कर दिया। शुक्रवार दोपहर से अबूझमाड़ के घने जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की सटीक सूचना पर सुरक्षाबलों ने संयुक्त सर्चिंग अभियान चलाया। इस दौरान सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 6 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं।
सर्चिंग के दौरान सुरक्षाबलों ने एके-47 राइफल, एसएलआर राइफल, अन्य हथियार, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी बरामद की हैं। फिलहाल सर्चिंग और ऑपरेशन जारी है, और जवानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिक जानकारी साझा नहीं की गई है।
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Naxalite Encounter: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुरक्षाबलों को दी बधाई
इस बड़ी सफलता पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुरक्षाबलों को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में नक्सलियों के खिलाफ जारी सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई में अब तक 6 नक्सलियों के न्यूट्रलाइज होने की खबर प्राप्त हो रही है। इस ऑपरेशन में शामिल सुरक्षाबल के सभी वीर जवानों को बधाई देता हूं और उनके अदम्य साहस को नमन करता हूं। जवानों के पराक्रम से ‘नक्सलमुक्त छत्तीसगढ़’ का हमारा संकल्प और भी मजबूत हुआ है।
मुख्यमंत्री साय ने अपने पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि 31 मार्च 2026 तक देश को पूर्ण रूप से नक्सलमुक्त करने के संकल्प की सिद्धि के लिए छत्तीसगढ़ लगातार दृढ़ता से आगे बढ़ रहा है।
Naxalite Encounter: अबूझमाड़ में कमजोर हो रहा माओवादी नेटवर्क
अबूझमाड़ क्षेत्र लंबे समय से माओवादियों का गढ़ माना जाता रहा है। इस क्षेत्र के दुर्गम जंगलों में नक्सली अपनी रणनीतियों को अंजाम देते रहे हैं और सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बने हुए थे। लेकिन हाल के महीनों में सुरक्षा बलों की बढ़ती कार्रवाई और नियमित सर्चिंग ऑपरेशन से नक्सलियों की गतिविधियों पर लगाम लगने लगी है। इस मुठभेड़ में मारे गए 6 नक्सलियों की पहचान और उनके संगठन में भूमिका का पता लगाया जा रहा है।
Naxalite Encounter: नक्सलियों की कमर टूट रही
विशेषज्ञों के मुताबिक, नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार हो रही कार्रवाई से माओवादी नेटवर्क कमजोर हो रहा है और उनके हथियार तथा विस्फोटक सामग्री की बरामदगी से सुरक्षाबलों को स्थानीय इलाकों में और मजबूती से ऑपरेशन चलाने में मदद मिल रही है।
केंद्र और राज्य की साझा रणनीति में दिख रहा असर
नक्सल उन्मूलन को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की साझा रणनीति के तहत सुरक्षा बल नियमित गश्त, खुफिया सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई और विकास कार्यों को गति देने में लगे हैं। छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा समेत कई राज्यों में माओवादियों के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है। सरकार ने घोषणा की है कि 31 मार्च 2026 तक देश को पूरी तरह नक्सलमुक्त किया जाएगा।
अबूझमाड़ में हुई इस मुठभेड़ और भारी मात्रा में हथियार-विस्फोटक बरामदगी को इसी दिशा में एक सशक्त कदम माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि मुठभेड़ के दौरान किसी भी सुरक्षाबल के जवान को नुकसान नहीं पहुंचा है और ऑपरेशन को सावधानीपूर्वक अंजाम दिया गया।
स्थानीय लोगों में बढ़ रहा विश्वास
अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षा बलों की कार्रवाई से स्थानीय लोगों में विश्वास बढ़ रहा है और वे माओवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को सहयोग कर रहे हैं। अबूझमाड़ जैसे कठिन इलाकों में सुरक्षा बलों की नियमित मौजूदगी और कड़ी कार्रवाई से नक्सली दहशत में हैं, जिससे क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए भी रास्ता साफ हो रहा है।
फिलहाल सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन को जारी रखते हुए पूरे इलाके में सघन सर्चिंग शुरू कर दी है ताकि इलाके में छिपे अन्य नक्सलियों और उनके नेटवर्क को समाप्त किया जा सके। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत सुरक्षाबलों को दें ताकि क्षेत्र को शांति और विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाया जा सके।
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