Milk Price Hike: देश के दो प्रमुख दुग्ध ब्रांड्स मदर डेयरी और अमूल ने उपभोक्ताओं को झटका देते हुए दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की है। मदर डेयरी द्वारा 30 अप्रैल को दूध के दामों में बढ़ोतरी की घोषणा के ठीक एक दिन बाद, बुधवार को अमूल डेयरी ने भी दूध के दाम 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का ऐलान किया है। अमूल के स्वामित्व वाली संस्था गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) ने बताया कि बढ़ी हुई कीमतें 1 मई (गुरुवार) सुबह से लागू हो गया है।
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Milk Price Hike: इन वैरिएंट्स पर पड़ेगा असर
अमूल द्वारा घोषित कीमतों में यह बढ़ोतरी उसके प्रमुख दूध उत्पादों पर लागू होगी, जिनमें शामिल हैं:
- अमूल स्टैंडर्ड मिल्क
- भैंस का दूध
- अमूल गोल्ड
- स्लिम एंड ट्रिम
- टी स्पेशल
- अमूल ताजा
- गाय का दूध
Milk Price Hike: एसएनटी दूध (Single Toned Milk)
नए दामों के अनुसार, कई लोकप्रिय दूध पैकेट अब पहले से ज्यादा कीमत पर बिकेंगे। उदाहरण के लिए, अमूल गोल्ड का 1 लीटर पैक अब 65 की जगह 67 रुपये में मिलेगा, जबकि 500 मिलीलीटर पैक 33 से बढ़कर 34 रुपये का हो गया है।
विस्तृत मूल्य सूची में बदलाव
दूध का प्रकार | पुरानी कीमत (500ml) | नई कीमत (500ml) | पुरानी कीमत (1L) | नई कीमत (1L) |
---|---|---|---|---|
भैंस का दूध | ₹36 | ₹37 | ₹71 | ₹73 |
अमूल गोल्ड | ₹33 | ₹34 | ₹65 | ₹67 |
टी स्पेशल | – | – | ₹61 | ₹63 |
शक्ति दूध | ₹30 | ₹31 | – | – |
ताजा दूध | ₹27 | ₹28 | ₹53 | ₹55 |
गाय का दूध | ₹28 | ₹29 | – | – |
एसएनटी दूध | ₹24 | ₹25 | – | – |
Milk Price Hike: मूल्यवृद्धि के पीछे कारण
GCMMF ने दूध की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे दुग्ध उत्पादकों को दी जाने वाली कीमतों में इजाफा, प्रसंस्करण लागत, पैकेजिंग, और वितरण लागत में वृद्धि को जिम्मेदार बताया है। फेडरेशन ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य किसानों को उनके दूध के लिए उचित मूल्य देना है, ताकि वे दुग्ध उत्पादन जारी रख सकें और उत्पादन लागत को वहन कर सकें।
GCMMF ने यह भी स्पष्ट किया कि कीमतों में की गई यह वृद्धि न्यूनतम रखी गई है और इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं पर कम से कम बोझ डालना है। उन्होंने कहा कि अमूल 36 लाख से अधिक दुग्ध उत्पादकों से दूध एकत्र करता है और उनकी आजीविका को सुरक्षित रखना प्राथमिकता है।
मदर डेयरी ने भी बढ़ाए थे दाम
इससे पहले मदर डेयरी ने भी मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में दूध के दामों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की थी, जो 30 अप्रैल से लागू हो गई। मदर डेयरी ने भी बढ़ती इनपुट लागत और किसानों को उचित पारिश्रमिक देने की आवश्यकता का हवाला दिया था।
उपभोक्ताओं की जेब पर असर
लगातार महंगाई की मार झेल रहे आम उपभोक्ताओं के लिए यह दूध की कीमतों में ताजा बढ़ोतरी एक और झटका है। विशेषकर उन परिवारों के लिए जिनकी दिनचर्या में दूध का दैनिक उपभोग अधिक मात्रा में होता है, उनके मासिक बजट पर सीधा असर पड़ेगा। इसके अलावा, चाय की दुकानों, मिठाई व्यापारियों और डेयरी उत्पादों पर आधारित व्यवसायों के लिए भी यह वृद्धि चिंता का कारण बन सकती है।
क्या आगे और बढ़ सकते हैं दाम?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इनपुट लागत और पशु चारे की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहती है, तो आगामी महीनों में दूध के दामों में और बढ़ोतरी संभव है। हालांकि, सरकार की ओर से मूल्य नियंत्रण के लिए निगरानी रखी जा रही है, ताकि उपभोक्ताओं पर अत्यधिक भार न पड़े।
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