Bank Q4 Results: वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में भारत के प्रमुख निजी बैंकों -येस बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक- ने बेहतरीन वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है। जहां येस बैंक का शुद्ध मुनाफा 64 प्रतिशत बढ़ा, वहीं एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक ने भी क्रमशः 6.7 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की वृद्धि के साथ निवेशकों को सकारात्मक संकेत दिए हैं।
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Bank Q4 Results: येस बैंक, मुनाफे में जबरदस्त उछाल
येस बैंक ने चौथी तिमाही में 738.12 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही के 451.9 करोड़ रुपये की तुलना में 63.7 प्रतिशत अधिक है। मुनाफे में यह वृद्धि मुख्यतः उच्च ब्याज आय, प्रावधानों में कमी और बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता के कारण दर्ज की गई। बैंक की कुल आय बढ़कर 9,355.4 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष 9,015.8 करोड़ रुपये थी।
येस बैंक, परिसंपत्ति गुणवत्ता में भी सुधार
ब्याज आय 7,616.1 करोड़ रुपये रही, जबकि अन्य आय 1,739.3 करोड़ रुपये तक पहुंची। बैंक का प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी 1,314.4 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 902.5 करोड़ रुपये था। परिसंपत्ति गुणवत्ता में भी सुधार दिखा है। येस बैंक का ग्रॉस एनपीए घटकर 1.6 प्रतिशत और नेट एनपीए 0.3 प्रतिशत रह गया। पूरे वित्त वर्ष 2025 के लिए, बैंक का शुद्ध लाभ 24,058.6 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष के मुकाबले दोगुना से अधिक है।
Bank Q4 Results: एचडीएफसी बैंक, मुनाफे में स्थिर बढ़त
एचडीएफसी बैंक ने 17,616 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 6.7 प्रतिशत की बढ़त हुई है। हालांकि, परिचालन लाभ में 9.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और यह 26,537 करोड़ रुपये रहा। बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 10.3 प्रतिशत बढ़कर 32,066 करोड़ रुपये हो गई। ग्रॉस एनपीए अनुपात 1.33 प्रतिशत तक घट गया, लेकिन नेट एनपीए अनुपात बढ़कर 0.43 प्रतिशत हो गया।
बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 22 रुपये प्रति शेयर का लाभांश घोषित किया है, जिसकी रिकॉर्ड तिथि 27 जून तय की गई है। बैंक की औसत जमाराशि में 15.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो 25,280 अरब रुपये रही।
Bank Q4 Results: आईसीआईसीआई बैंक, मजबूत ग्रोथ के संकेत
आईसीआईसीआई बैंक ने 12,630 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जिसमें सालाना आधार पर 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पूरे वित्त वर्ष के लिए बैंक का लाभ 15.5 प्रतिशत बढ़कर 47,227 करोड़ रुपये रहा। बैंक ने अपने शेयरधारकों के लिए प्रति शेयर 11 रुपये का डिविडेंड घोषित किया है।
आईसीआईसीआई बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार
शुद्ध ब्याज आय 21,193 करोड़ रुपये रही, जिसमें 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 4.41 प्रतिशत रहा। बैंक की कुल जमा राशि 14 प्रतिशत बढ़कर 16.10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई। आईसीआईसीआई बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में भी सुधार दर्ज हुआ है। ग्रॉस एनपीए अनुपात घटकर 1.67 प्रतिशत और नेट एनपीए अनुपात 0.39 प्रतिशत रह गया। पूंजी पर्याप्तता अनुपात 16.55 प्रतिशत और प्रावधान कवरेज अनुपात 76.2 प्रतिशत रहा।
तीनों प्रमुख निजी बैंकों ने चौथी तिमाही में आय, मुनाफा और परिसंपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर सकारात्मक प्रदर्शन किया है। यह रुझान भारतीय बैंकिंग सेक्टर में वित्तीय मजबूती और सुधार की दिशा में बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। जहां येस बैंक का पुनरुद्धार उत्साहजनक है, वहीं एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक अपनी स्थिरता और विकास दर से निवेशकों को भरोसा दे रहे हैं। आगामी तिमाहियों में इन बैंकों से और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है
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