Astrology tips: सनातन धर्म में पूजा-पाठ के दौरान घी या तेल का दीपक जलाने का नियम है। इसके साथ ही सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों में भी दीपक जरूर जलाया जाता है। वही ज्योतिष शास्त्र में दीपक जलाने के कुछ नियम भी बताए गए हैं। इन नियमों का ख्याल रखना चाहिए तभी आपको पूजा का पूर्ण फल प्राप्त एचपी सकता है। तो आइए जानते हैं दीपक जलाने के नियम-
दीपक जलाने के नियम-
दीपक जलाते समय सबसे पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस दीपक में बाती रखकर जला रहे हैं वह कहीं से टूटा हुआ नहीं होना चाहिए। पूजा में खंडित दीपक या कोई भी चीज शुभ नहीं मानी जाती है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि एक दीपक से दूसरा दीया नहीं जलाना चाहिए।
कहां रखना चाहिए दीपक
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, पूजा घर में हमेशा घी का दीया अपनी बाईं तरफ और तेल का दीपक अपनी दाईं तरफ रखना चाहिए। बता दें कि तेल के दीपक में लाल बाती और घी के दिये में रुई की बत्ती बनाकर जलाई जाती है। साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पूजा स्थल पर दीपक को कभी भी पश्चिम दिशा में नहीं रखें, वरना जीवन में समस्या पैदा हो सकती हैं।
दीपक जलाने का समय
मान्यता है कि प्रात: काल 5 बजे से लेकर 10 बजे तक दीपक जलाना चाहिए और शाम के समय 5 बजे से लेकर 7 बजे तक का समय दीपक जलाने के लिए शुभ होता है। इस प्रकार इन नियमों का पालन करने से आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है।