Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि भारत और चीन के खिलाफ पारस्परिक टैरिफ 2 अप्रैल से लागू होंगे। इससे पहले अमेरिका ने कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाए थे। ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, मुद्रास्फीति को हराने की हमारी लड़ाई का एक प्रमुख फोकस ऊर्जा की लागत को तेजी से कम करना है। यही कारण है कि कार्यालय में अपने पहले दिन, मैंने राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल की घोषणा की।
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Donald Trump की ऊर्जा संकट पर रणनीति
ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि उनका प्रशासन ऊर्जा की लागत को कम करने पर केंद्रित है, जिससे महंगाई पर नियंत्रण पाया जा सके। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल घोषित करना हमारी प्राथमिकता थी, ताकि देश में ऊर्जा संकट को दूर किया जा सके। हम घरेलू ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देंगे और विदेशी ऊर्जा पर निर्भरता कम करेंगे।
Donald Trump ने की एलन मस्क की सराहना
अपने भाषण के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क की खुलकर तारीफ की। एलन मस्क चैंबर में मौजूद थे, और सांसदों ने उनके सम्मान में तालियां बजाईं। ट्रंप ने डेमोक्रेट्स पर कटाक्ष करते हुए कहा, यहां तक कि यह पक्ष भी उनकी सराहना करता है, बस स्वीकार नहीं करना चाहता। उनकी इस टिप्पणी पर रिपब्लिकन सांसदों ने ठहाके लगाए।
Donald Trump ने रोकी सहायता, यूक्रेन को बड़ा झटका
अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता पर रोक लगाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि जब तक यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की रूस के साथ युद्ध समाप्त करने की प्रतिबद्धता नहीं जताते, तब तक अमेरिका से कोई नई मदद नहीं दी जाएगी।
फॉक्स न्यूज के अनुसार, ट्रंप जल्द ही इस फैसले की आधिकारिक घोषणा कर सकते हैं। इसके अलावा, मंगलवार शाम को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए ट्रंप इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा कर सकते हैं।
Donald Trump ने बढ़ाई जेलेंस्की की चिंता
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में लंदन में कहा कि उन्हें डर है कि रूस के साथ युद्ध लंबा खिंच सकता है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि जेलेंस्की गलत साबित हों। ट्रंप ने यह भी कहा कि रूस और यूक्रेन दोनों ही युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं, लेकिन वर्तमान नेतृत्व के कारण स्थिति जटिल बनी हुई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि जेलेंस्की और यूक्रेनी जनता के बीच मतभेद बढ़ रहे हैं। इससे पहले भी ट्रंप ने जेलेंस्की को “तानाशाह” करार दिया था और कहा था कि वह चुनाव इसलिए नहीं करा रहे क्योंकि उन्हें हार का डर है।
टैरिफ लागू होने से व्यापार युद्ध की संभावना बढ़ी
डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार से मैक्सिको और कनाडा से आयात होने वाले उत्पादों पर 25% का नया टैरिफ लागू कर दिया। इसके अलावा, चीनी वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाकर 20% कर दिया गया है। इन टैरिफों के लागू होने से अमेरिका और उसके शीर्ष व्यापारिक साझेदारों के बीच व्यापार युद्ध की संभावना बढ़ गई है।
ट्रंप ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब अमेरिका में मादक पदार्थों की तस्करी एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है। ट्रंप ने कहा कि मैक्सिको, कनाडा और चीन अमेरिका में फेंटेनाइल और अन्य घातक ड्रग्स के प्रवाह को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने में विफल रहे हैं। इसीलिए, इन देशों पर टैरिफ बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप द्वारा लगाए गए ये नए टैरिफ अमेरिका, भारत, चीन और अन्य व्यापारिक साझेदारों के बीच तनाव को बढ़ा सकते हैं। इससे वैश्विक व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और कई उद्योगों को नुकसान हो सकता है। वहीं, ट्रंप प्रशासन का कहना है कि यह कदम अमेरिकी उद्योगों को सशक्त करने और घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इन फैसलों से अंतरराष्ट्रीय राजनीति और व्यापार जगत में हलचल मच गई है। अब देखना होगा कि भारत और चीन इस पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं और आने वाले समय में वैश्विक व्यापारिक संबंधों पर इसका क्या असर पड़ता है।
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