Meerut Murder: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के लिसाड़ी गेट क्षेत्र के सोहेल गार्डन में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की निर्मम हत्या की घटना सामने आई है। मृतकों में पति-पत्नी और उनकी तीन बेटियां शामिल हैं। मृतक मोइन पेशे से राजमिस्त्री थे और हाल ही में रुड़की से मेरठ आकर यहां बस गए थे। मोइन और उनकी पत्नी असमा के शव प्लास्टिक की बोरियों में बंद मिले, जबकि तीनों बेटियों के शव बेड के बॉक्स में छिपाए गए थे। सभी की गला रेतकर हत्या की गई है, जिसमें पत्थर काटने वाली मशीन का उपयोग होने की आशंका है।
मोईन ने की थीं तीन शादियां
मोइन ने तीन शादियां की थीं। उनकी वर्तमान पत्नी असमा से तीन बेटियां थीं। मोइन के सात भाई और दो बहनें हैं, जिनमें से एक भाई हत्या के आरोप में जेल में बंद है। मोइन ने हाल ही में रुड़की में अपनी संपत्ति बेचकर मेरठ में प्लॉट खरीदा था और निर्माण कार्य करवा रहे थे। इससे उनके पास बड़ी रकम होने की जानकारी थी, जो हत्या का कारण हो सकता है।
तीन नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र में हुए पांच लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन ताडा ने घटना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। मृतक महिला के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। मामला हत्या और आपराधिक साजिश के तहत दर्ज किया गया है।
पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया
पुलिस ने दो नामजद आरोपियों और कई अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे गहन पूछताछ की जा रही है ताकि घटना के पीछे की वजह और अपराधियों की पहचान की जा सके। एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान परिवार के आर्थिक और पारिवारिक विवादों को ध्यान में रखा जा रहा है। फॉरेंसिक टीम ने मौके से सबूत इकट्ठा किए हैं और आस-पास के सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की जा रही है।
इस प्रकार हुई मृतकों की पहचान
मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की बर्बर हत्या की घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। मृतकों की पहचान…
मोइन उर्फ मोइनुद्दीन (52): मृतक परिवार के मुखिया, पेशे से राजमिस्त्री।
आसमां (45): मोइन की पत्नी।
अफ्शां (8): बड़ी बेटी।
अजीजा (4): दूसरी बेटी।
अदीबा (1): सबसे छोटी बेटी।
बेड बॉक्स में 3 बेटियों की लाशें
बच्चों के शव पलंग के अंदर बक्से में छिपाए गए थे। सभी मृतकों के सिर पर गहरी चोटें थीं और उनकी गर्दन पर धारदार हथियार से काटे जाने के निशान पाए गए हैं। बच्चों के शव बोरियों में भरकर पलंग के अंदर छुपाए गए थे, जबकि पति-पत्नी के शव प्लास्टिक में लिपटे हुए मिले।
पुरानी दुश्मनी की आशंका
मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र में हुए सामूहिक हत्याकांड में पुलिस की प्रारंभिक जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन ताडा ने इस मामले में कुछ अहम जानकारी साझा की है। प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस का मानना है कि यह हत्या किसी पुरानी दुश्मनी का नतीजा हो सकती है। घटना की जड़ें मृतक परिवार के पिछले संबंधों और विवादों में हो सकती हैं।
मेरठ में सामूहिक नरसंहार
परिवार हाल ही में इस क्षेत्र में रहने आया था। उनकी पृष्ठभूमि और पूर्व निवास स्थान की जांच के लिए पुलिस अन्य जगहों पर संपर्क कर रही है। एक मृतक के पैर चादर से बंधे हुए पाए गए। इससे पता चलता है कि हत्यारे ने अत्यधिक क्रूरता से इस घटना को अंजाम दिया। फॉरेंसिक टीम और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और सबूतों का गहराई से अध्ययन कर रहे हैं। फिंगरप्रिंट, खून के निशान, और अन्य तकनीकी साक्ष्यों की जांच जारी है।