Naxalite Arrested: तेलंगाना पुलिस ने महबूबनगर से नक्सली नेता सुजाता ऊर्फ मेनी बाई को गिरफ्तार किया है। वह 60 साल की हैं और उनके ऊपर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित है। सुजाता, दुर्दांत नक्सली किशन जी की पत्नी हैं, जिन्हें एक दशक पहले मारा गया था। उनकी गिरफ्तारी तेलंगाना पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है, क्योंकि यह नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण पाने में मदद कर सकती है।
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बड़े हमलों को दे चुकी है अंजाम
सुजाता, जो नक्सल संगठन की केंद्रीय कमेटी की सदस्य है, कई बड़े हमलों की योजनाओं में शामिल रही है। इनमें 2007 में एर्राबोर में 23 जवानों की हत्या, 2010 में ताड़मेटला में 76 जवानों की शहादत, 2013 में झीरम में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमले में 31 की हत्या, और अन्य घटनाएं शामिल हैं। ये हमले नक्सलियों द्वारा किए गए थे और सुजाता की रणनीतिक सोच का परिणाम माने जाते हैं।
साउथ सब जोनल ब्यूरो की प्रमुख थी सुजाता
सुजाता को डीके एसजेडसी का प्रभारी बनाया गया था, जब रामन्ना की मौत हुई थी। वह साउथ सब जोनल ब्यूरो की प्रमुख थीं और बस्तर के जंगलों में काफी समय बिताया। सुजाता तेलंगाना और बंगाल में सक्रिय रही हैं, और उन्हें नक्सलियों का थिंक टैंक माना जाता था। उनके कार्यकाल में, वह बस्तर में तर्रेम थाना के भट्टीगुड़ा, तुमलपाट, और मीनागुट्टा के जंगलों में सक्रिय थीं। उनकी गिरफ्तारी को नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण पाने में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
12वीं तक की पढ़ाई, अंग्रेजी-बांग्ला सहित जानती है कई भाषा
सुजाता को नक्सल संगठन में कई नामों से जाना जाता है जैसे पद्मा, कल्पना, और मैनीबाई, एक शिक्षित नक्सली है जिसने 12वीं तक पढ़ाई की है। वह अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, ओडिया, तेलुगु के साथ गोंडी और हल्बी भाषाओं में भी पारंगत है। उसकी गिरफ्तारी से नक्सलियों के नेटवर्क के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने की उम्मीद है।
अबूझमाड़ तथा गढ़चिरौली में है सक्रिय
सुजाता का देवर मालाजुला वेणुगोपाल, जिसे सोनू के नाम से जाना जाता है, भी केंद्रीय कमेटी का सदस्य है और अबूझमाड़ तथा गढ़चिरौली में सक्रिय है। वह थुलथुली मुठभेड़ में बाल-बाल बचा था। तेलंगाना पुलिस ने जानकारी के आधार पर सुजाता को महबूबनगर में गिरफ्तार किया, जहां वह घुटने के दर्द का इलाज कराने आई थी। सुजाता बस्तर में दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के अंतर्गत दरभा, दक्षिण बस्तर, और पश्चिम बस्तर की तीन डिवीजनल कमेटी की प्रभारी थीं।
नक्सलियों के नेटवर्क और योजनाओं के बारे की जा रही पूछताछ
बस्तर पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान को तेज करने का निर्णय लिया है। जनता से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें। पुलिस सुजाता से पूछताछ कर रही है, ताकि नक्सलियों के अन्य नेटवर्क और योजनाओं के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। इस प्रयास का उद्देश्य क्षेत्र में नक्सली प्रभाव को कम करना है।