Apparel and Pharma Sector: भारत का परिधान निर्यात और फार्मा सेक्टर के निर्यात में हालिया वृद्धि से भारतीय निर्यात बाजार की ताकतवर स्थिति का संकेत मिलता है। भारत का परिधान निर्यात 11.85 प्रतिशत बढ़ा है, जिससे अमेरिका और यूरोप में मजबूत मांग का लाभ मिला है। ये आंकड़े भारत के परिधान उद्योग की वैश्विक बाजार में बढ़ती उपस्थिति को दर्शाते हैं और यह दर्शाता है कि भारतीय परिधान उच्च गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धी मूल्य के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में लोकप्रिय हो रहे हैं। वहीं, भारत के फार्मा सेक्टर का निर्यात जुलाई में 8 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है। यह वृद्धि भारत के दवा उत्पादों की वैश्विक मांग में वृद्धि और भारतीय दवा कंपनियों की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को दर्शाती है। ये वृद्धि भारत की निर्यात क्षमताओं को दर्शाती है और इसके साथ ही यह भी इंगित करती है कि भारतीय उद्योग अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
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भारत का परिधान निर्यात 11.85 प्रतिशत बढ़ा
भारत के परिधान निर्यात में जुलाई में 11.85 प्रतिशत की वृद्धि ने एक सकारात्मक संकेत दिया है। भारतीय वस्त्र उद्योग परिसंघ (सीआईटीआई) के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2024 में परिधान निर्यात 1,277.20 मिलियन डॉलर तक पहुँच गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1,141 मिलियन डॉलर था। जुलाई 2024 में कपड़ों का निर्यात 1,660.36 मिलियन डॉलर था, जबकि पिछले वर्ष इसी महीने में यह 1,663.06 मिलियन डॉलर था। कपड़ा और परिधान क्षेत्र का कुल निर्यात जुलाई 2024 में 2,937.56 मिलियन डॉलर रहा है, जो कि जुलाई 2023 में 2,805.01 मिलियन डॉलर था।
अमेरिका और यूरोप में मजबूत मांग का मिला फायदा
सीआईटीआई के चेयरमैन राकेश मेहरा ने कहा कि इस साल भारत ने निर्यात में सकारात्मक वृद्धि देखी है, विशेष रूप से यूएस, यूरोपीय यूनियन और यूके के बाजार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ने के कारण। उन्होंने यह भी कहा कि उद्योग निर्यात को लेकर आने वाले समय में आशावादी है, विशेषकर भारत-ऑस्ट्रेलिया और भारत-यूएई के बीच हुए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के प्रभाव के कारण। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत का व्यापारिक निर्यात अप्रैल-जुलाई 2024 में 144.12 अरब डॉलर रहा, जो कि अप्रैल-जुलाई 2023 में 138.39 अरब डॉलर था। इसमें सालाना आधार पर 4.15 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
फार्मा सेक्टर का निर्यात जुलाई में 8 प्रतिशत से अधिक बढ़ा
भारत के फार्मा सेक्टर का निर्यात जुलाई में 8.36 प्रतिशत बढ़कर 2.31 अरब डॉलर हो गया। इस वृद्धि की मुख्य वजह पश्चिमी देशों में भारत निर्मित जेनेरिक दवाइयों की बढ़ती लोकप्रियता है। वित्त वर्ष 2023-24 में, भारत के फार्मा सेक्टर के निर्यात में सालाना आधार पर 9.67 प्रतिशत का इजाफा हुआ, जो कि 27.9 अरब डॉलर तक पहुंच गया। अमेरिका, भारत के फार्मा निर्यात में प्रमुख भूमिका निभाता है, जिसकी हिस्सेदारी 31 प्रतिशत है। इसके बाद यूके और नीदरलैंड की हिस्सेदारी क्रमशः 3 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त, ब्राजील, साउथ अफ्रीका, आयरलैंड, और स्वीडन जैसे देशों को नई एक्सपोर्ट मार्केट के रूप में देखा जा रहा है।