PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच गुरुवार देर रात (भारतीय समयानुसार शुक्रवार सुबह) व्हाइट हाउस में अहम मुलाकात हुई। इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने आपसी गर्मजोशी दिखाते हुए गले मिले और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने का संकल्प लिया। राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी को एक “टफ नेगोशिएटर” बताते हुए उनकी व्यापार नीति की सराहना की। इस बैठक में रक्षा, व्यापार, आतंकवाद विरोधी रणनीति और ऊर्जा साझेदारी सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने अगले पांच वर्षों में आपसी व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा। आइए जानते हैं इस ऐतिहासिक बैठक की 10 प्रमुख घोषणाएं।
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1 तहव्वुर राणा का भारत प्रत्यर्पण
राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इस फैसले पर मुहर लगाई थी। भारत लंबे समय से इस प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था, जिससे अब न्याय की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
2 आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त रणनीति
अमेरिका और भारत ने इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करने का फैसला किया। दोनों देशों ने आतंकवादी संगठनों की फंडिंग रोकने, खुफिया जानकारी साझा करने और आतंकवाद विरोधी अभियानों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि कट्टरपंथी आतंकवाद वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है और इसे रोकने के लिए भारत-अमेरिका का गठबंधन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
3 इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग
राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत को एशिया-प्रशांत क्षेत्र (इंडो-पैसिफिक) में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार बताया। उन्होंने क्वाड गठबंधन (भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) को मजबूत करने का संकल्प दोहराया, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित होगी। इस साझेदारी से भारत की सामरिक शक्ति और बढ़ेगी।
4 भारत को अत्याधुनिक सैन्य तकनीक
बैठक के दौरान अमेरिका ने भारत को उन्नत सैन्य तकनीक और रक्षा उपकरण देने पर सहमति जताई। ट्रंप प्रशासन ने अत्याधुनिक लड़ाकू विमान, मिसाइल रक्षा प्रणाली और सैन्य संचार उपकरण भारत को उपलब्ध कराने की घोषणा की। इसके अलावा, दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में संयुक्त उत्पादन और तकनीकी सहयोग बढ़ाने का फैसला किया।
5 ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग
भारत की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को देखते हुए अमेरिका ने भारत को कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने का निर्णय लिया। दोनों देशों ने अक्षय ऊर्जा और स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं पर संयुक्त रूप से काम करने की योजना बनाई है। इससे भारत के ऊर्जा संसाधनों को मजबूती मिलेगी और पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।
6 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में संयुक्त अनुसंधान
भारत और अमेरिका ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया। दोनों देश मिलकर उन्नत एआई सिस्टम विकसित करेंगे, जो स्वास्थ्य, शिक्षा, रक्षा और उद्योगों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। इस साझेदारी से भारतीय स्टार्टअप और टेक कंपनियों को नई तकनीकी संभावनाएं मिलेंगी।
7 व्यापार असंतुलन कम करने पर सहमति
अमेरिका और भारत ने व्यापार असंतुलन को कम करने की प्रतिबद्धता जताई। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ व्यापार घाटे को कम करने के लिए नए व्यापार समझौते करेगा। इससे दोनों देशों के व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे और निवेश के नए अवसर खुलेंगे।
8 सेमीकंडक्टर और क्वांटम कंप्यूटिंग में सहयोग
दोनों देशों ने सेमीकंडक्टर निर्माण और क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान और विकास पर सहमति जताई। अमेरिका भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। इससे भारत में उच्चस्तरीय इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और वैश्विक सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में भारत की भूमिका मजबूत होगी।
9 छोटे मॉड्यूलर न्यूक्लियर रिएक्टर निर्माण
भारत और अमेरिका ने छोटे मॉड्यूलर न्यूक्लियर रिएक्टर (SMR) विकसित करने के लिए सहयोग करने का फैसला किया। इससे स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और दोनों देशों की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी। यह निर्णय भारत के परमाणु ऊर्जा विस्तार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
10 अमेरिका में भारतीय समुदाय के लिए नए वाणिज्य दूतावास
प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि अमेरिका में भारतीय समुदाय की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लॉस एंजिलिस और बॉस्टन में नए भारतीय वाणिज्य दूतावास (कॉन्सुलेट) खोले जाएंगे। इससे भारतीय प्रवासियों को कांसुलर सेवाओं का लाभ मिलेगा और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और व्यावसायिक संबंध और मजबूत होंगे।
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