Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में बृहस्पतिवार दोपहर एक दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, जब खेत के पास आम के पेड़ के नीचे खड़े लोगों पर आकाशीय बिजली गिर पड़ी। यह हादसा जिले के सेमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बारा गांव में हुआ। मृतकों में एक आठ वर्षीय मासूम बच्चा भी शामिल है, जबकि परिवार के दो अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
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Madhya Pradesh: मौसम ने ली तीन जानें
हादसा उस वक्त हुआ जब दोपहर करीब 1:30 बजे पीड़ित परिवार खेत के पास आम के पेड़ के नीचे खड़ा था। तभी अचानक मौसम बिगड़ गया और तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरी। इस घटना में 32 वर्षीय आशीष वासुदेव, उनकी पत्नी 26 वर्षीय ज्योति वासुदेव और आठ वर्षीय बेटा किशन वासुदेव की मौके पर ही मौत हो गई।
Madhya Pradesh: गंभीर रूप से घायल दो अन्य परिजन
इस दर्दनाक हादसे में आशीष के पिता प्रेमलाल वासुदेव (55) और दो वर्षीय बेटी नैना वासुदेव गंभीर रूप से झुलस गए। पहले उन्हें सेमरिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें संजय गांधी मेडिकल कॉलेज, रीवा रेफर कर दिया गया। हालांकि कुछ खबरों में यह भी दावा किया गया कि प्रेमलाल की पत्नी भी इस घटना में घायल हुई हैं, लेकिन पुलिस ने इस बात से इनकार किया है।
Madhya Pradesh: झोपड़ी में रहने वाला परिवार, खेतों में कर रहा था काम
सीरमौर के अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) उमेश प्रजापति ने बताया कि पीड़ित परिवार बारा गांव में एक झोपड़ी में रहता था और जीविका के लिए कृषि कार्य करता था। हादसे के वक्त पूरा परिवार खेतों में था और तेज धूप के बीच जब मौसम अचानक बदला, तो सभी पेड़ के नीचे ठहर गए। इसी दौरान बिजली गिरने से तीन की मौके पर ही मौत हो गई।
‘नौतपा’ का मौसम बना आफत
यह हादसा उस समय हुआ जब मध्यप्रदेश में ‘नौतपा’ का पांचवां दिन था। नौतपा की अवधि इस साल 25 मई से 8 जून तक मानी जा रही है, जिसमें सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने से तीव्र गर्मी, आंधी और असमय बारिश की संभावना बनी रहती है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों — छतरपुर, सतना, सागर, मऊगंज, राजगढ़, श्योपुर और गुना — में तेज बारिश, आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में इस तरह की घटनाएं और बढ़ सकती हैं।
सीएम का दौरा भी रद्द, हेलिपैड डूबा
खराब मौसम का असर राजनीतिक गतिविधियों पर भी पड़ा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को अपना निर्धारित छतरपुर दौरा रद्द करना पड़ा क्योंकि गौरिहार क्षेत्र में बना हेलिपैड पानी में डूब गया था।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने श्योपुर, सागर, पांढुर्ना, दमोह, रायसेन सहित प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश, आंधी और 60 किमी प्रति घंटा तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है। साथ ही आगर-मालवा, मुरैना, नीमच, गुना, शाजापुर, शिवपुरी, अशोकनगर, ग्वालियर, छतरपुर, पन्ना, बैतूल, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, नरसिंहपुर और उमरिया में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
अगले चार दिन सतर्क रहने की जरूरत
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले चार दिनों तक प्रदेश में मौसम का मिजाज अस्थिर बना रहेगा। ऐसे में नागरिकों से अपील की गई है कि वे पेड़ों के नीचे खड़े होने या खुले में रहने से बचें और सतर्कता बरतें। ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि अक्सर बिजली गिरने की घटनाएं खुले खेतों और पेड़-पौधों के पास होती हैं।
रीवा की यह घटना एक बार फिर बताती है कि प्राकृतिक आपदाएं कभी भी कहर बनकर टूट सकती हैं और उनके प्रति सावधानी ही सबसे बेहतर उपाय है।
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