Uttarakhand Forest Fire : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में वनों में लगी आग बेकाबू होती जा रही है। जंगल में लगी भीषण करीब 1144 हैक्टेयर के इलाके में फैल चुकी है। सबसे अधिक आग चीड़ के पेड़ में लगी है। इस आग में 4 लोगों की मौत हो गई है। अलग-अलग इलाको में 350 से अधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके है। इस आग से वन्य वीजों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। उत्तराखंड में गढ़वाल हो या कुमाऊं जंगलों की आग हर जगह है चाहे पहाड़ी क्षेत्र हो या फिर सड़कों के किनारे आग का तांडव हर जगह मचा हुआ है। कुछ जगह आग रिहायशी इलाको तक भी पहुंच गई है और इसकी वजह से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है।
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111 जगह दिखाया तांडव, लाखों का नुकसान
अधिकारियों के अनुसार इस सीजन की आग की 111 घटनाओं में 1144 हैक्टेयर जंगल खास हो चुका है। बताया जा रहा है कि आग से चार लाख से ज्यादा का नुकसान हो गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, आरक्षित वन में हुई 37 घटनाओं में 51.95 हेक्टेयर जंगल को नुकसान पहुंचा है। आग की बढ़ती घटनाओं से वन विभाग और प्रशासन दोनों अलर्ट मोड पर है।
4 लोगों की मौत, 350 से ज्यादा केस दर्ज
इस आग की वजह से अब तक 4 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि अलग – अलग इलाकों में 350 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें 61 केस ऐसे हैं, जिनमें लोगों को नामजद किया गया है। आग की अलग-अलग घटनाओं में 10 से ज्यादा को गिरफ्तार किया गया है।
होमगार्ड और पीआरडी के जवान भी तैनात
प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह ने आग की घटना पर ताजा अपडेट देते हुए कहा कि आग पर काबू पाने के लिए विभाग को पांच टुकड़ी होमगार्ड और पांच ही पीआरडी जवानों की टुकड़ी तैनात की गई है। एक टुकड़ी में पांच-पांच जवान हैं। आपदा प्रबंधन के तहत वाहन उपलब्ध कराए गए है। इसके अलावा इंसीटेंट रिस्पांस टीम बनाई गई है। प्रशासन लोगों से भी वनों में लगी आग को बुझाने की अपील कर रहे है।
पौड़ी के DM ने वायुसेना से मांगी मदद
गढ़वाल मंडल और कुमाऊ मंडल में कई जगहों पर आग की लपटे नजर आ रही है। एक जगह पर आग पर काबू पाया जाता है तो दूसरी जगह से इसकी सूचना मिल जाती है। वन विभाग के साथ प्रशासन लगातार आग बुझाने के लिए काफी प्रयास कर रहा है। बेकाबू आग को देखते हुए पौड़ी जिले के जिलाधिकारी ने इस पर काबू पाने के लिए भारतीय वायुसेना से मदद मांगी है। उनका लेटर मिलने के बाद इंडियन एयरफोर्स का विमान पौड़ी के लिए रवाना हो गया है। उत्तराखंड वन विभाग के अनुसार, सबसे ज्यादा आग लगने की घटनाएं कुमाऊं मंडल में सामने आ रही हैं। आग पर काबू पाने के लिए दिन और रात प्रयास किया जा रहा है।
सीएम धामी की अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव को आग से संबंधित घटनों को लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम ने प्रदेश में गेहूं की कटाई के बाद खेतों में बचे अवशिष्ट, खरपतवार आदि को जलाने पर रोक लगा दी है। अगर कोई किसान ऐसा करता हुआ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने कल दिल्ली से अधिकारियों के साथ वनाग्नि की स्थिति और नियंत्रण की कार्रवाई की समीक्षा बैठक की है। इस दौरान धामी ने मुख्य सचिव को कहा कि वे सभी डीएम को एक सप्ताह तक वनाग्नि और उसके नियत्रंण कार्यों की स्वयं निगरानी करने के निर्देश जारी करें।