Aziz Qureshi Death: उत्तराखंड के राज्यपाल रहे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजीज कुरैशी का शुक्रवार को राजधानी भोपाल में निधन हो गया। 83 साल के कुरैशी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। अजीज कुरैशी की देखभाल करने वाले उनके भतीजे सूफियान अली ने पुष्टि की है। उनका स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने पर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। अजीज कुरैशी ने उत्तराखंड उत्तर प्रदेश और मिजोरम के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था। उनकी निधन की खबर से सियासी गलियारों में शोक की लहर है।
लंबी बीमारी के बाद निधन
अजीज कुरैशी की देखभाल करने वाले उनके भतीजे सूफियान अली ने बताया कि कुरैशी का 83 वर्ष के आयु में निधन हुआ। नकी बीते कुछ समय से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। शुक्रवार को भोपाल के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
1972 में सीहोर सीट से चुने गए विधायक
सूफियान अली ने कहा, “वह पहली बार 1972 में मध्य प्रदेश की सीहोर सीट से विधायक चुने गए। 1973 में वह एमपी के कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। 1984 में वे आठवीं लोकसभा चुनाव में सतना मध्य प्रदेश से कांग्रेस पार्टी से सांसद चुने गए। 2020 को मध्य प्रदेश की तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने एमपी उर्दू अकादमी का अध्यक्ष नियुक्त किया था।
तीन बड़े राज्यों के रह चुके हैं राज्यपाल
बता दें कि डॉ. कुरैशी करीब ढाई साल तक उत्तराखंड के राज्यपाल रहे। उन्होंने 15 मई, 2012 को उत्तराखंड के राज्यपाल का पद ग्रहण किया था। सात जनवरी, 2015 को उन्होंने विदाई ली थी। डॉ. कुरैशी के सामने दो कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों विजय बहुगुणा और हरीश रावत ने काम किया था। उन्होनें प्रदेश में आपदा के दौरान अपनी अहम भूमिका निभाई थी। कुरैशी ने उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश और मिजोरम के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था।
इंदिरा गांधी से खास कनेक्शन
अजीज कुरैशी का जन्म 24 अप्रैल, 1940 में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुआ। तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष इंदिरा गांधी द्वारा चुने गए 100 कार्यकर्ताओं में से एक अजीज कुरैशी भी थे। वे मध्य प्रदेश कांग्रेस इलेक्शन कमेटी के सचिव, भारतीय युवा कांग्रेस के संस्थापक सदस्य, मध्य प्रदेश राज्य मत्स्य विकास निगम भोपाल के अध्यक्ष रहने के साथ ही मध्य प्रदेश सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री भी रहे हैं।