Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और कई पुलिसकर्मी घायल हुए। इसके बाद प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं। मस्जिद के सर्वे को लेकर तनाव बढ़ गया, जिसके चलते झड़पें हुईं। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई। कई पुलिसकर्मी और नागरिक घायल हुए। मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया गया है। अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। संभल पुलिस ने इस मामले में 2700 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोपियों में सांसद और विधायक सहित कई नाम शामिल हैं। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगाई गई है ताकि अफवाहें न फैलें। शांति बनाए रखने के लिए समुदाय के नेताओं के साथ बैठकें की जा रही हैं।
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कई तरह की पाबंदियां
संभल में रविवार को हुई हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। एक दिसंबर 2024 तक किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि को संभल जिले की सीमा में प्रवेश करने के लिए सक्षम अधिकारी की अनुमति अनिवार्य होगी। इस आदेश का उल्लंघन करने पर भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के तहत दंडनीय अपराध माना जाएगा।
इंटरनेट सेवाओं पर रोक, स्कूल बंद
अफवाहों को रोकने और शांति बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। हिंसा के मद्देनज़र सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दुकानों और व्यापारिक गतिविधियों को बंद करने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।
SP सांसद-विधायक समेत 2700 पर FIR, 25 गिरफ्तार
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। सरथल पुलिस चौकी के प्रभारी दीपक राठी की शिकायत पर प्रमुख राजनीतिक नेताओं और बड़ी संख्या में लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सपा विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल पर भीड़ को भड़काने का आरोप। इन दोनों प्रमुख नामों के साथ करीब 800 अज्ञात और ज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज। आरोप है कि इन लोगों ने हिंसा भड़काई और पुलिस को निशाना बनाया।
कुल 7 एफआईआर दर्ज
हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने सब इंस्पेक्टर शाह फैसल की पिस्टल और मैगजीन लूट ली थी। पुलिस पर पथराव और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के भी आरोप। इस हिंसा से जुड़े कुल 7 एफआईआर दर्ज की गई हैं। 5 मुकदमे संभल कोतवाली में और 2 मुकदमे थाना नखासा में दर्ज किए है।
अब तक 25 लोग गिरफ्तार
अब तक 25 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। पुलिस अन्य आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय जानकारी का सहारा ले रही है। क्षेत्र में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती है, और स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास जारी हैं। जिला प्रशासन और पुलिस ने स्पष्ट किया है कि हिंसा में शामिल लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा, और सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राहुल-प्रियंका सहित विपक्ष नेताओं ने उठाए योगी सरकार पर सवाल
संभल जिले में रविवार को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा पर राजनीति तेज हो गई है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं। इस हिंसा पर अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने प्रदेश की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। हिंसा पर लखीमपुर खीरी से सपा सांसद उत्कर्ष वर्मा की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने इस हिंसा की जांच की मांग की है।
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