Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। नवाबगंज थाना क्षेत्र के एनआरआई सिटी सोसाइटी में रहने वाले 13 वर्षीय आठवीं कक्षा के छात्र प्रखर त्रिवेदी ने मंगलवार को नौवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। प्रखर के परिवार के अनुसार, ट्यूशन टीचर ने होमवर्क पूरा न करने की शिकायत दादी से की थी, जिससे आहत होकर प्रखर ने यह कदम उठाया। घटना के बाद परिवार सदमे में है और शहर में बच्चों पर पढ़ाई के बढ़ते दबाव की चर्चा जोरों पर है।
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Kanpur News: शिकायत के बाद चुपचाप बालकनी में गया
प्रखर त्रिवेदी एनआरआई सिटी के टावर नंबर-3 के फ्लैट नंबर 904 में अपने पिता सुधांशु त्रिवेदी और दादी के साथ रहता था। उसके पिता वकील हैं और दादा राज किशोर त्रिवेदी सीनियर वकील रह चुके हैं। मंगलवार दोपहर करीब 3:30 बजे ट्यूशन टीचर घर आईं और दादी से शिकायत की कि प्रखर ने होमवर्क पूरा नहीं किया। टीचर ने बताया कि अतिरिक्त समय दिया गया था, लेकिन प्रखर लैपटॉप पर गेम खेल रहा था। शिकायत सुनने के बाद प्रखर चुपचाप बैठा रहा, फिर अचानक बालकनी की ओर गया और नौवीं मंजिल से कूद गया। नीचे मौजूद सुरक्षा गार्ड और लोगों ने उसे उठाया, लेकिन अस्पताल पहुंचाने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
Kanpur News: परिवार की टूटी हुई स्थिति, मां ने लगाए गंभीर आरोप
प्रखर की मां वास्को त्रिवेदी पिछले चार साल से पति से अलग रह रही हैं और मायके में अपनी छोटी बेटी के साथ रहती हैं। पति-पत्नी के बीच तलाक का मुकदमा अदालत में चल रहा है। मां ने पोस्टमार्टम के दौरान आरोप लगाया कि प्रखर बेहद संवेदनशील बच्चा था और पढ़ाई को लेकर तनाव में रहता था। घर का माहौल भी उसके लिए अनुकूल नहीं था। उन्होंने सास और पति पर मानसिक दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर प्रखर को मां का सहारा मिलता तो वह यह कदम नहीं उठाता। मां ने बेटे की ‘हत्या’ जैसे आरोप लगाए, लेकिन अभी कोई लिखित शिकायत नहीं दी है। पिता गहरे सदमे में हैं और परिवार पूरी तरह टूट चुका है।
Kanpur News: पुलिस जांच, सभी पहलुओं की पड़ताल
नवाबगंज थाना प्रभारी केशव तिवारी ने बताया कि दादी और ट्यूशन टीचर से पूछताछ की गई है। प्रारंभिक जांच में होमवर्क न करने पर शिकायत सामने आई है। मां के आरोपों की जांच की जा रही है, लेकिन कोई लिखित आवेदन नहीं मिला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई होगी। पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।
Kanpur News: बढ़ता पढ़ाई का दबाव, बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
यह घटना बच्चों पर पढ़ाई के बढ़ते दबाव और मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी को उजागर करती है। प्रखर जैसे संवेदनशील बच्चे छोटी-छोटी शिकायतों से इतना आहत हो जाते हैं कि जीवन का अंतिम फैसला ले लेते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अभिभावकों, शिक्षकों और स्कूलों को बच्चों की काउंसलिंग पर ध्यान देना चाहिए। घरेलू कलह का असर भी बच्चों पर पड़ता है। देश में छात्र आत्महत्याओं के बढ़ते मामलों ने सरकार और समाज को सोचने पर मजबूर किया है।
यह दर्दनाक घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि बच्चों को डांटने-फटकारने की बजाय समझने और सहारा देने की जरूरत है। प्रखर की मौत ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया है।
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