Jhansi fire incident: उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में 15 नवंबर की रात हुए भीषण अग्निकांड में 10 शिशुओं की मौत और 16 बच्चों के गंभीर रूप से झुलसने की हृदयविदारक घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शिशु वार्ड में आग लगने की घटना के बाद अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही सामने आई है। तस्वीरों और रिपोर्ट्स में यह खुलासा हुआ है कि अस्पताल में लगे फायर एक्सटिंग्विशर (आग बुझाने वाले सिलेंडर) 2020 और 2023 में ही एक्सपायर हो चुके थे और उन्हें रिफिल या बदलने की कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत ने पीड़ित परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। पीड़ित परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए डीएनए टेस्ट की मांग की है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके बच्चों के शव सही तरीके से पहचाने गए हैं।
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परिजनों का दर्द
अपने बच्चे की तलाश में जुटे कुलदीप ने कहा, मैंने खुद 4-5 बच्चों को आग से बाहर निकाला, लेकिन उनका खुद का बच्चा अब तक लापता है। कुलदीप ने बताया कि उनकी मां और पत्नी हादसे के बाद से रो-रोकर बेहाल हैं, और किसी ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया कि उनका बच्चा मिलेगा या नहीं।
अस्पताल स्टाफ पर आरोप
परिजनों का कहना है कि स्टाफ को समय रहते बच्चों को निकालने की कोशिश करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। हादसे के दौरान अस्पताल के कर्मियों ने तत्काल कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
डीएनए टेस्ट की मांग
जिन बच्चों की पहचान संभव नहीं हो पाई, उनके परिजन डीएनए परीक्षण की मांग कर रहे हैं।
परिवारों का कहना है कि सटीक पहचान सुनिश्चित किए बिना शव सौंपना गलत होगा।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने घटना पर गहरा दुख प्रकट किया। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे दर्दनाक घटना बताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। हादसे की जांच के आदेश दिए। घायलों के इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए।
अखिलेश ने साधा यूपी सरकार पर निशाना
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मृत्यु और कई के घायल होने की घटना पर राजनीतिक दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने घटना को दुखद और चिंताजनक बताया। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि आग का कारण ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर में आग लगना बताया जा रहा है। इसे चिकित्सा प्रबंधन और प्रशासन की लापरवाही या खराब क्वालिटी का नतीजा कहा। सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की।
दोषियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई : बसपा
बसपा प्रमुख मायावती ने घटना को अति-दुखद बताते हुए कहा कि इससे कोहराम और आक्रोश स्वाभाविक है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। यह घटना चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा उपायों और प्रबंधन की गंभीरता पर सवाल उठाती है। विपक्षी दलों ने इसे सरकार की विफलता करार दिया है और मृतकों के परिजनों को न्याय और मुआवजे की मांग की है।
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