CM Yogi Action: उत्तर प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए इन्वेस्ट यूपी के CEO पद से निलंबित आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश को हटा दिया है। उन पर सात हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रोजेक्ट में साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है। इस मामले में पुलिस और विजिलेंस जांच शुरू हो गई है। वहीं, सरकार ने 2016 बैच के आईएएस अधिकारी प्रथमेश कुमार को इन्वेस्ट यूपी का नया मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है।
IAS अभिषेक प्रकाश पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों ने यूपी प्रशासन में हलचल मचा दी है। सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया और उनकी जगह प्रथमेश कुमार को नया CEO नियुक्त किया है। अब विजिलेंस जांच के जरिए अन्य दोषियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। यह मामला सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
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CM Yogi Action: अभिषेक प्रकाश पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
इन्वेस्ट यूपी के CEO रहे अभिषेक प्रकाश पर आरोप है कि सौर ऊर्जा के कलपुर्जे बनाने वाले एक बड़े प्रोजेक्ट के लिए निवेशक कंपनी से पांच प्रतिशत कमीशन मांगा गया था। इस प्रोजेक्ट में कुल निवेश सात हजार करोड़ रुपये का था, जिससे यूपी में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होने की उम्मीद थी। लेकिन कथित तौर पर भ्रष्टाचार की वजह से यह सौदा विवादों में आ गया।
CM Yogi Action: विजिलेंस जांच और अन्य अधिकारियों पर भी गिरेगी गाज
सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए न केवल अभिषेक प्रकाश को निलंबित किया है, बल्कि उनकी भूमिका की गहन जांच के आदेश दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस टीम अन्य अधिकारियों और बिचौलियों की भूमिका की भी जांच कर रही है, जो इस घूसखोरी के मामले में शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि कुछ और अधिकारियों पर भी जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।
CM Yogi Action: मुख्य आरोपी निकान्त जैन को रिमांड पर लेने की तैयारी
इस मामले में प्रमुख आरोपी निकान्त जैन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अब पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है। निकान्त पर आरोप है कि वह इस पूरे घूसखोरी रैकेट का मुख्य बिचौलिया था और उसी ने निवेशकों से पैसे की मांग की थी। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसे यह निर्देश किस अधिकारी ने दिया था।
CM Yogi Action: निकान्त जैन का पारिवारिक बैकग्राउंड
जांच में यह भी सामने आया है कि निकान्त जैन के पिता सुधीर कुमार जैन 90 के दशक में बड़े सरकारी ठेकेदार थे। उन्होंने कई सरकारी प्रोजेक्ट्स में ठेके लिए थे, जिनमें लखनऊ के सरोजनीनगर में साईं स्पोर्ट्स कॉलेज, चौक में अटल बिहारी वाजपेयी कन्वेंशन सेंटर और गोमती नगर में मिनी स्टेडियम जैसे बड़े निर्माण कार्य शामिल थे। हालांकि, उनके खिलाफ भी मिट्टी के तेल की सप्लाई में गड़बड़ी का मामला दर्ज हुआ था।
CM Yogi Action: इन्वेस्ट यूपी में बड़ा बदलाव, प्रथमेश कुमार बने नए CEO
सरकार ने इन्वेस्ट यूपी को भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी बनाने के लिए 2016 बैच के आईएएस अधिकारी प्रथमेश कुमार को CEO नियुक्त किया है। प्रथमेश कुमार अभी तक लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के उपाध्यक्ष और इन्वेस्ट यूपी में अतिरिक्त CEO के रूप में कार्यरत थे। अब उन्हें CEO का पूर्ण प्रभार सौंपा गया है।
CM Yogi Action: सरकार की भ्रष्टाचार पर कड़ी नीति
योगी सरकार लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है। पिछले कुछ वर्षों में भ्रष्टाचार के मामलों में कई अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। इन्वेस्ट यूपी का मामला भी सरकार के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया था, क्योंकि यह एजेंसी राज्य में निवेश बढ़ाने और औद्योगिक विकास को गति देने के लिए जिम्मेदार है।
CM Yogi Action: भ्रष्ट अधिकारियों पर होगी और कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, सरकार इस मामले में सिर्फ अभिषेक प्रकाश पर ही नहीं रुकेगी, बल्कि अन्य दोषी अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। विजिलेंस जांच के नतीजों के आधार पर कुछ और निलंबन और बर्खास्तगी संभव हैं। सरकार चाहती है कि यूपी में निवेश का माहौल पूरी तरह से पारदर्शी और भरोसेमंद बना रहे, ताकि कोई भी निवेशक भ्रष्टाचार के डर से पीछे न हटे।
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