Boat Accident: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के सुजौली थाना क्षेत्र के भरथापुर गांव में बुधवार देर शाम काउदियाला नदी में नाव पलटने से एक 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई, जबकि 8 लोग, जिनमें 5 बच्चे शामिल हैं, लापता बताए जा रहे हैं। नाव पर सवार 22 ग्रामीणों में से 13 को सकुशल बचा लिया गया है, लेकिन 13 अन्य घायल हैं। जंगल घने होने और नदी का तेज बहाव होने से बचाव कार्य में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें रातभर सक्रिय रहीं, लेकिन गुरुवार सुबह फिर से अभियान तेज कर दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का तत्काल संज्ञान लिया और वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पहुंचने के निर्देश दिए।
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Boat Accident: हादसे का पूरा घटनाक्रम
घटना बुधवार शाम करीब 6:30 बजे घटी। पड़ोसी लखीमपुर खीरी जिले के खैरतिया गांव के 22 ग्रामीण बाजार से लौट रहे थे। वे भरथापुर गांव के पास काउदियाला नदी पहुंचे थे, जहां नाव नदी किनारे बहती लकड़ी से टकरा गई। तेज बहाव के कारण नाव का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गई। आईजी (देवीपाटन) अमित पाठक ने बताया, दो नदियां (गेरुआ और काउदियाला) साथ-साथ बहती हैं। भरथापुर गांव नदी किनारे बसा है। तेज बहाव में नाव लकड़ी से टकराई, जिससे यह हादसा हुआ।
स्थानीय निवासी नाव पर निर्भर रहते हैं, क्योंकि गांव कटर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य के बीच स्थित है। पहुंचने के लिए नदी पार कर लंबा पैदल सफर तय करना पड़ता है। बहराइच एसपी आरएन सिंह ने कहा, ग्रामीण बाजार से लौट रहे थे। नाव गांव के पास पहुंची ही थी कि यह हादसा हो गया। शुरुआती बचाव में स्थानीय नाविकों और ग्रामीणों ने मदद की, जिससे 13 लोगों को तुरंत सुरक्षित बाहर निकाला गया।
Boat Accident: मृतक और लापता लोगों का विवरण
मृतक महिला का नाम 60 वर्षीय जानकी देवी बताया जा रहा है, जिन्हें नदी से निकालने के बाद नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। लापता 8 लोगों में 5 बच्चे (उम्र 5 से 12 वर्ष), 2 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं। परिवारजन चिंतित हैं, क्योंकि नदी का पानी अब भी उफान पर है। एक ग्रामीण ने बताया, बच्चे बाजार से सामान लेकर लौट रहे थे। रात भर सर्च चला, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
Boat Accident: बचाव अभियान और प्रशासनिक कार्रवाई
देर रात तक चले ऑपरेशन में कोई सफलता न मिलने पर गुरुवार सुबह एनडीआरएफ की 40 सदस्यीय टीम और एसडीआरएफ की दो टुकड़ियों ने फिर से सर्च शुरू किया। ड्रोन और डाइवर्स का सहारा लिया जा रहा है। घटनास्थल पर देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल और आईजी अमित पाठक देर रात पहुंचे। आईजी पाठक ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, परिवारों को आर्थिक सहायता और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। घायलों का इलाज चल रहा है।
Boat Accident: मुख्यमंत्री योगी ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए। सीएमओ के बयान में कहा गया, मुख्यमंत्री ने घायलों को उचित चिकित्सा उपलब्ध कराने और लापता लोगों की तलाश में कोई कसर न छोड़ने के आदेश दिए हैं। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है और तहसील टीम राहत कार्यों की निगरानी कर रही है। थाना प्रभारी प्रकाश चंद्र शर्मा ने बताया कि संचार व्यवस्था कमजोर होने से चुनौतियां हैं, लेकिन अतिरिक्त बल बुला लिया गया है।
क्षेत्र की चुनौतियां और भविष्य की सावधानियां
भरथापुर गांव 1834 से राजस्व ग्राम है, लेकिन घने जंगल और नदियों के कारण पहुंच मुश्किल है। चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खुलने से नदी का बहाव तेज हो गया था, जिसने हादसे को बढ़ावा दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नावों की नियमित जांच और जीवन रक्षक उपकरण अनिवार्य होने चाहिए। स्थानीय विधायक ने मांग की है कि गांव में पुल या वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था हो।
परिवारों का दर्द और उम्मीद
पीड़ित परिवारों में सन्नाटा पसरा है। एक पिता ने कहा, मेरा 8 वर्षीय बेटा लापता है। बस यही दुआ है कि सब सुरक्षित मिलें। प्रशासन ने अस्थायी राहत शिविर लगाया है, जहां भोजन और चिकित्सा उपलब्ध है। सोशल मीडिया पर #BahraichBoatTragedy ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग सहायता की मांग कर रहे हैं।
यह हादसा नदी किनारे बसे गांवों की असुरक्षा को उजागर करता है। प्रशासन का दावा है कि अगले 24 घंटे में लापता लोगों का पता लग जाएगा। फिलहाल, बचाव टीमें नदी के हर कोने की तलाश में जुटी हैं।
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