Bengaluru Stampede: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 की चैंपियन टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के विजय जश्न में शामिल होने पहुंचे हजारों फैंस के लिए गुरुवार का दिन जानलेवा बन गया। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भीषण भगदड़ में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस बीच शुक्रवार को जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता एच.एम. वेंकटेश ने भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत बेंगलुरु के कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। विराट कोहली आरसीबी के अहम सदस्य और सबसे चर्चित चेहरा माने जाते हैं। शिकायतकर्ता वेंकटेश का आरोप है कि इस पूरे आयोजन की योजना और प्रचार-प्रसार में विराट की व्यक्तिगत भूमिका थी, जिसने भीड़ को असामान्य रूप से आकर्षित किया और पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम न होने से यह हादसा हुआ।
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Bengaluru Stampede: पुलिस ने कहा- पहले से दर्ज मामले में जांच शामिल होगी
बेंगलुरु पुलिस ने इस शिकायत पर बयान जारी कर स्पष्ट किया कि पहले से चल रही जांच में इस शिकायत को जोड़ा जाएगा। पुलिस के अनुसार, अभी तक कोहली के खिलाफ कोई प्राथमिकी (FIR) दर्ज नहीं की गई है, लेकिन शिकायत का कानूनी मूल्यांकन किया जाएगा और परिस्थितियों के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
Bengaluru Stampede: कैसे हुआ हादसा?
गुरुवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी टीम के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। यह समारोह आईपीएल 2025 जीतने के बाद आयोजित किया गया था और स्टेडियम के अंदर ही सीमित लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई थी। लेकिन सोशल मीडिया प्रचार और फैंस के भारी उत्साह के चलते हजारों की संख्या में लोग स्टेडियम के बाहर जुट गए।
अचानक हुई धक्का-मुक्की और अव्यवस्था के बीच भगदड़ मच गई। घटनास्थल पर मौजूद सुरक्षाकर्मी भीड़ नियंत्रण नहीं कर सके। इस अफरा-तफरी में 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें चार महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। लगभग 33 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और शहर के विभिन्न अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है।
Bengaluru Stampede: चार बड़े अधिकारी गिरफ्तार
इस हादसे के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आयोजक संस्था डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क और आरसीबी फ्रेंचाइजी के चार अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में आरसीबी के मार्केटिंग और रेवेन्यू हेड निखिल सोसले प्रमुख हैं, जिन्हें उस वक्त पकड़ा गया जब वह केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से मुंबई के लिए रवाना होने वाले थे।
इसके अलावा किरण कुमार, जो इवेंट के सीनियर मैनेजर हैं, और सुनील मैथ्यू, डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क के उपाध्यक्ष (व्यवसाय मामलों) को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि इन अधिकारियों ने भीड़ नियंत्रण और सार्वजनिक सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया, जिसकी वजह से यह त्रासदी हुई।
क्या विराट कोहली पर भी हो सकती है कार्रवाई?
विराट कोहली न तो आयोजक हैं और न ही कार्यक्रम की प्रत्यक्ष जिम्मेदारी उनके पास थी, लेकिन उनकी स्टार छवि और सोशल मीडिया प्रभाव के कारण उन्हें इस आयोजन से सीधे तौर पर जोड़ा जा रहा है। शिकायतकर्ता वेंकटेश का कहना है कि विराट कोहली को आयोजन के खतरे का अंदाजा होना चाहिए था और उन्हें अपने फैंस की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सार्वजनिक अपील करनी चाहिए थी।
हालांकि, कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक विराट की भूमिका को स्पष्ट रूप से आयोजक या आयोजक की सहमति से प्रचारक साबित नहीं किया जाता, तब तक उनके खिलाफ कोई आपराधिक कार्रवाई की संभावना कम है। फिर भी पुलिस शिकायत की जांच करेगी और अगर कोई ठोस आधार मिला तो पूछताछ के लिए उन्हें भी बुलाया जा सकता है।
सरकार ने दिए जांच के आदेश, मुख्यमंत्री ने जताया दुख
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। साथ ही भविष्य में इस तरह के आयोजनों के लिए नई गाइडलाइंस जारी करने की बात कही गई है।
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