Hanuman Chalisa: हिंदू धर्म के अनुसार, हनुमानजी की पूजा करने से लोगों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शुभ परिणाम मिलते हैं। भगवान हनुमान हमारे सभी कष्टों का निवारण करते हैं। कहा जाता है कि मृत्यु और अल्प मृत्यु जैसे कर्म भी हनुमान जी की पूजा मात्र से समाप्त हो जाते हैं। हनुमानजी की पूरी श्रद्धा से पूजा करने वाले भक्तों को धन, समृद्धि, प्रेम और भगवान का शुभ आशीर्वाद मिलता है। इसलिए उनके भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए कई विशेष प्रयास करते हैं।
ऐसी मान्यता है कि हनुमान चालीसा में अंकित 40 चौपाइयां को नियमित रूप से पढ़ने से भगवान हनुमान प्रसन्न होते हैं और सभी दुःखों से छुटकारा मिलता है। परन्तु ऐसा कहा जाता है कि हनुमान चालीसा पढ़ते समय सभी नियमों का पालन नहीं करने से पूजा का पूरा लाभ नहीं मिलता है। आज हम आपको बताते हैं कि हनुमान चालीसा पढ़ने वालों को किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए |
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बीच की चौपाई से शुरू करना:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सही तरीके से हनुमान चालीसा का पाठ करने से बहुत लाभ मिलता है। परन्तु हनुमान चालीसा को कभी भी बीच की किसी चौपाई से नहीं पढ़ना चाहिए। ऐसा करने से आपको पूजा का पूरा फल नहीं मिल पता है | इसलिए आप जब भी हनुमान चालीसा का पाठ करे ,तो इसे क्रमबद्ध रूप से पूरा पढ़कर ही उस स्थान को छोड़े ।
शुद्ध तन और मन:
किसी भी पूजा को करने से पहले हमारा तन और मन दोनों शुद्ध होना बेहद आवश्यक होते है| इसलिए आप भी जब घर पर हनुमान चालीसा पढ़ते हैं तो हमेशा शुद्ध तन और मन से ही इसका पाठ करें| मंदिर के सामने जमीन पर एक आसन बिछाकर बैठे और मंदिर में दीपक जलाकर हनुमान जी का ध्यान करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करें।
तामसिक भोजन और मदिरा का सेवन:
हनुमान जी, भगवान श्री राम के परम भक्त है | हनुमान जी ने अपना सारा जीवन एक बाल ब्रह्मचारी के रूप में व्यतीत किया है | उन्हें तामसिक भोजन तथा मदिरा से सख्त परहेज है | इसलिए अगर आप हनुमान चालीसा पढ़ते हैं, तो याद रखें कि भूलकर भी तामसिक भोजन या मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से हनुमान जी आप पर क्रोध कर सकते हैं।
पराई स्त्री से रहें दूर:
भगवान हनुमान बाल ब्रह्मचारी हैं, उन्होनें आजीवन विवाह नहीं किया। उन्होनें सभी स्त्रियों को बहन या माँ के रूप में ही देखा है। इसलिए अगर आप हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और अविवाहित हैं तो स्त्रियों से दूर रहें क्योंकि सभी स्त्रियां शादी से पहले पराई होती हैं। अगर आप शादीशुदा व्यक्ति है तो आपको अपनी पत्नी के अलावा किसी और से संबंध नहीं रखना चाहिए।
बेईमानी और गलत संगत से दूर रहें:
हनुमान चालीसा का अध्ययन करने वाले व्यक्ति को अपने जीवन को ईमानदारी से जीना चाहिए और किसी दूसरे व्यक्ति के साथ बेईमानी नहीं करनी चाहिए।हनुमान चालीसा पढ़ने वाले व्यक्ति को कभी भी बुरे लोगों की संगती नहीं रखनी चाहिए। बुरे लोगों की संगती आपके पतन का कारन बन सकती है |