PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर दौरे पर देशनोक रेलवे स्टेशन के पुनर्विकसित संस्करण का उद्घाटन किया। यह कार्य अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हुआ, जिसका उद्देश्य देशभर के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक यात्री सुविधाओं और सांस्कृतिक पहचान से युक्त बनाना है। उद्घाटन समारोह में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी मौजूद रहे।
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PM Modi: देशनोक स्टेशन में स्थानीय वास्तुकला की झलक
देशनोक स्टेशन को विशेष रूप से स्थानीय वास्तुकला की झलक देने वाले डिज़ाइन के साथ विकसित किया गया है। स्टेशन में सुंदर मेहराब, पारंपरिक सजावटी स्तंभ और यात्रियों के लिए सुविधाजनक ढांचा तैयार किया गया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने बीकानेर से मुंबई के लिए चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई। इससे पहले पीएम मोदी ने एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया और देशनोक के प्रसिद्ध करणी माता मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। यह मंदिर देशभर में आस्था और श्रद्धा का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
PM Modi: 103 स्टेशनों का उद्घाटन और 26,000 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात
पीएम मोदी ने देश के 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 86 जिलों में स्थित 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का भी वर्चुअल उद्घाटन किया। इन स्टेशनों को लगभग ₹1,100 करोड़ की लागत से आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया गया है। साथ ही प्रधानमंत्री ने ₹26,000 करोड़ से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया।
PM Modi: इन राज्यों के स्टेशनों को किया जा रहा अपग्रेड
अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देश के 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को चरणबद्ध तरीके से अपग्रेड किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य यात्रियों को दिव्यांगजनों के अनुकूल ढांचा, उच्चस्तरीय प्रतीक्षालय, स्वच्छता, सुरक्षा और स्थानीय संस्कृति से जुड़ा डिज़ाइन प्रदान करना है। इनमें आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के प्रमुख स्टेशन शामिल हैं।
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र: 22 अप्रैल का बदला 22 मिनट में
बीकानेर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया और हालिया आतंकवादी हमले का करारा जवाब दिए जाने की जानकारी दी। पीएम ने कहा, 22 अप्रैल के हमले का बदला हमने 22 मिनट में ले लिया। हमारी सेनाओं ने आतंकियों के 9 सबसे बड़े ठिकानों को तबाह कर दिया। अब दुनिया जान चुकी है कि भारत आतंक के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है।
उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को आतंकियों ने धार्मिक पहचान के आधार पर हमारी बहनों को निशाना बनाया था। यह हमला न केवल पहलगाम में हुआ था, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के दिलों पर चोट थी। ऑपरेशन सिंदूर उसी का जवाब था।
आतंकवाद पर मोदी सरकार की तीन-सूत्रीय नीति
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद से निपटने के लिए सरकार की स्पष्ट रणनीति भी साझा की। उन्होंने तीन प्रमुख बिंदु बताए:
- करारा जवाब: भारत पर आतंकी हमला हुआ तो समय, तरीका और शर्तें हमारी सेनाएं तय करेंगी।
- एटम बम की धमकियों से डर नहीं: भारत अब परमाणु हथियारों की गीदड़ भभकियों से डरने वाला देश नहीं रहा।
- आतंकी और उसके संरक्षक एक समान: आतंक के आकाओं और उनको समर्थन देने वाली सरकारों को अब अलग-अलग नहीं देखा जाएगा।
पाकिस्तान को चुकानी पड़ेगी आतंकवाद की कीमत
प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद की कीमत चुकानी पड़ेगी — चाहे वह सेना हो या अर्थव्यवस्था। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने आतंक का निर्यात जारी रखा, तो उसे पाई-पाई के लिए मोहताज होना पड़ेगा। साथ ही यह भी दोहराया कि पाकिस्तान को भारत के हिस्से का पानी नहीं मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे और भाषण ने न सिर्फ विकास कार्यों की झलक दिखाई, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर सरकार की दृढ़ नीति को भी उजागर किया। राजस्थान की धरती से प्रधानमंत्री ने फिर एक बार यह संदेश दिया कि भारत की सुरक्षा, संस्कृति और आत्मसम्मान से कोई समझौता नहीं होगा।
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