Kota Student Suicide: शिक्षा नगरी कोटा से एक बार फिर दुखद घटना सामने आई है। हरियाणा के 19 वर्षीय नीरज, इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए कोटा में रह रहे थे, ने अपने कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। यह घटना बुधवार को सामने आई, जब उनके रूममेट ने उन्हें पंखे से लटकते हुए देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया। प्रारंभिक जांच में कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, लेकिन बताया जा रहा है कि नीरज पिछले कुछ समय से मानसिक दबाव में थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। इस दुखद घटना ने एक बार फिर से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था की कठोरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कोटा में छात्र लगातार कर रहे है सुसाइड
कोटा अपने कोचिंग संस्थानों और इंजीनियरिंग-चिकित्सा की तैयारी के लिए जाना जाता है, हाल के वर्षों में छात्रों के सुसाइड के मामलों में लगातार चर्चा में रहा है। मानसिक तनाव और प्रतिस्पर्धा के बढ़ते दबाव के कारण छात्र ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
हरियाणा के नीरज जाट ने फांसी लगाकर दी जान
कोटा से फिर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रहने वाले 19 वर्षीय छात्र नीरज जाट ने मंगलवार रात को आत्महत्या कर ली। नीरज का शव राजीव गांधी नगर इलाके के आनंद कुंज रेजीडेंसी स्थित छात्रावास के कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला। यह इलाका जवाहर नगर पुलिस थाने के अंतर्गत आता है।
शुरुआती जांच में मानसिक दबाव की संभावना
छात्रावास मालिक ने रात को नियमित जांच के दौरान नीरज को पंखे से लटका देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा और फॉरेंसिक टीम को बुलाया। इसके साथ ही, छात्र के परिवार को भी घटना की जानकारी दी गई। नीरज इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा में रह रहा था। हालांकि, घटनास्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन शुरुआती जांच में मानसिक दबाव की संभावना जताई जा रही है।
पंखे से लटका मिला शव
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) दिलीप सैनी ने जानकारी दी कि मंगलवार शाम नीरज अपने एक दोस्त के साथ खाना खाने गया था और सामान्य व्यवहार कर रहा था। उसमें किसी प्रकार की परेशानी या तनाव के संकेत नहीं दिखाई दिए। हालांकि, रात में उपस्थिति जांच के दौरान जब उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, तो छात्रावास के कर्मचारियों ने कमरे की खिड़की से झांककर देखा। उन्होंने नीरज को पंखे से लटका पाया और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और फॉरेंसिक टीम को बुलाया। शव को एमबीबीएस अस्पताल के शवगृह में रखा गया है। पुलिस का कहना है कि घटनास्थल पर कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। शुरुआती जांच में मानसिक दबाव और पढ़ाई का तनाव आत्महत्या के संभावित कारण माने जा रहे हैं।
2025 में कोटा से स्टूडेंट सुसाइड का पहला मामला
2025 में यह कोटा में छात्र आत्महत्या का पहला मामला है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 2024 में कोटा में छात्रों द्वारा आत्महत्या के 17 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2023 में यह संख्या बढ़कर 26 हो गई थी। लगातार बढ़ रही इस प्रवृत्ति ने कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध कोटा की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
2023 में हुआ था समिति का गठन
छात्र आत्महत्याओं में वृद्धि से चिंतित अशोक गहलोत सरकार ने अगस्त 2023 में एक समिति का गठन किया था। समिति ने छात्रों द्वारा आत्महत्या के प्रमुख कारणों की पहचान की थी। इनमें प्रमुख कारणों के रूप में छुट्टियों की कमी, परिवार से अलगाव, कोचिंग के कठोर परीक्षणों में खराब प्रदर्शन, आत्मविश्वास की कमी, शैक्षणिक दबाव, माता-पिता की अत्यधिक अपेक्षाएं, वित्तीय संघर्ष और शारीरिक-मानसिक तनाव सामने आए।
समिति ने इन घटनाओं को रोकने के लिए कई सिफारिशें भी की थीं, जैसे छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए काउंसलिंग सत्र आयोजित करना, उन्हें नियमित अवकाश देना और कोचिंग संस्थानों में तनाव कम करने के उपाय लागू करना।