ED Action: राजस्थान कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को राज्य के पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी को 900 करोड़ रुपये के जल जीवन मिशन घोटाले से जुड़े मामले में गिरफ्तार कर लिया। महेश जोशी पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान पीएचईडी (लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग) में ठेके और टेंडर प्रक्रिया में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कार्यादेश जारी करवाए।
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ED Action: फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर दिए गए ठेके
यह मामला उस समय का है जब जोशी राजस्थान की पिछली अशोक गहलोत सरकार में जलदाय मंत्री थे। आरोप है कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत विभिन्न कंपनियों को फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर ठेके दिए गए और इस पूरे घोटाले में मंत्री की सीधी मिलीभगत थी।
ED Action: ईडी की कार्रवाई और पहले की गिरफ्तारियां
ईडी इस मामले की जांच में पहले भी कई अहम गिरफ्तारियां कर चुकी है। जिनमें प्रमुख नाम ठेकेदार पदमचंद जैन, पीयूष जैन, महेश मित्तल और संजय बड़ाया का है। संजय बड़ाया को महेश जोशी का बेहद करीबी माना जाता है। ईडी के अनुसार, बड़ाया ने जोशी के निर्देश पर कुछ विशेष कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया और टेंडर प्रक्रिया को प्रभावित किया।
ED Action: पीएचईडी के कार्यकारी अभियंता के बयान
पीएचईडी के कार्यकारी अभियंता विशाल सक्सेना के बयान ने जांच को और गहरा किया। सक्सेना ने कहा कि जयपुर में पोस्टिंग के लिए जब वह जोशी से मिला तो उन्होंने संजय बड़ाया और विभाग के एक अन्य इंजीनियर संजय अग्रवाल से संपर्क करने को कहा। बाद में सक्सेना से फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों पर पॉजिटिव वेरिफिकेशन रिपोर्ट तैयार कराई गई।
ईडी ने किया बड़ा दावा
ईडी का दावा है कि कई अन्य विभागीय कर्मियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि बड़ाया विभागीय ट्रांसफर, पोस्टिंग और टेंडर प्रक्रिया में निर्णायक भूमिका निभाता था और वह यह सब काम मंत्री महेश जोशी की सहमति और समर्थन से करता था।
ED Action: महेश जोशी की प्रतिक्रिया
गिरफ्तारी के बाद महेश जोशी ने मीडिया से बातचीत में खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा, मुझे देश के कानून पर पूरा भरोसा है। मैंने जल जीवन मिशन में कोई गड़बड़ी नहीं की है, न ही किसी से कोई पैसा लिया है। जिन लोगों के खिलाफ मैंने कार्रवाई कर उन्हें ब्लैकलिस्ट किया, उन्हीं के झूठे बयानों के आधार पर मुझे फंसाया जा रहा है। मुझे उम्मीद है कि मुझे न्याय मिलेगा।
कांग्रेस का समर्थन और गहलोत की प्रतिक्रिया
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोशी की गिरफ्तारी को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि महेश जोशी की गिरफ्तारी उस समय की गई है जब उनकी पत्नी पिछले 15 दिनों से जयपुर के एक अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती हैं। गहलोत ने सवाल उठाया कि क्या किसी सार्वजनिक जीवन में रहे व्यक्ति के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार होना चाहिए?
कब क्या हुआ: घोटाले की टाइमलाइन
7 अगस्त 2023: एसीबी ने पीएचईडी इंजीनियर मायालाल सैनी, प्रदीप, ठेकेदार पदमचंद जैन और अन्य को गिरफ्तार किया।
सितंबर 2023: श्रीश्याम ट्यूबवैल और श्रीगणपति ट्यूबवैल कंपनियों के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों से टेंडर लेने पर एफआईआर दर्ज हुई।
सितंबर 2023: ईडी ने मामला दर्ज कर छापेमारी की।
3 मई 2024: केंद्र सरकार की अनुमति मिलने के बाद सीबीआई ने भी केस दर्ज किया।
अप्रैल 2025: महेश जोशी की ईडी द्वारा गिरफ्तारी।
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