West Bengal: पूर्व राज्यसभा सदस्य और अभिनेत्री से नेता बनी रूपा गांगुली को गुरुवार को दक्षिण कोलकाता के एक पुलिस स्टेशन के सामने धरना देने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने स्थानीय महिला भाजपा नेता रूबी दास की रिहाई की मांग के लिए रात भर धरना दिया था। रूपा गांगुली के धरने के दौरान, उन्होंने सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की, और उनकी गिरफ्तारी ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। भाजपा ने इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना की है, जबकि पुलिस ने बताया कि धरना देने के दौरान कानून व्यवस्था का उल्लंघन हुआ था। गांगुली की गिरफ्तारी ने भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैलाया है, और उनकी रिहाई की मांग को लेकर पार्टी के अन्य सदस्यों ने भी आवाज उठाई है।
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कल शाम को रूबी दास सहित बीजेपी समर्थकों को किया था गिरफ्तार
बुधवार शाम को गिरफ्तार किए गए भाजपा समर्थकों में रूबी दास भी शामिल थीं। ये समर्थक उसी दिन सुबह कोलकाता के एक इलाके में एक स्थानीय स्कूली छात्र की मौत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। छात्र की मौत पेलोडर की चपेट में आने से हुई थी, जो कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के कर्मचारियों द्वारा सड़क मरम्मत के काम के लिए उपयोग में लाया जा रहा था। इस घटना ने इलाके में गुस्से का माहौल पैदा कर दिया था, जिसके चलते भाजपा समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया।
छात्र की मौत को लेकर प्रदर्शन
प्रदर्शन के दौरान, भाजपा कार्यकर्ताओं ने छात्र की मौत को लेकर केएमसी की लापरवाही पर सवाल उठाए। इसके बाद, जब दास और अन्य भाजपा समर्थक धरना दे रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। यह घटना राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकती है, क्योंकि भाजपा इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ आक्रामकता से पेश आ रही है।
पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप
रूपा गांगुली के धरने के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि रूबी दास और अन्य भाजपा समर्थक एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे जब स्थानीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया। गांगुली ने कहा कि इस हमले में भाजपा समर्थकों को निशाना बनाया गया, लेकिन इसके बजाय पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
रातभर धरना देने के बाद पूर्व सांसद रूपा गांगुली गिरफ्तार
गांगुली ने बांसड्रोनी पुलिस स्टेशन के सामने धरना देने का निर्णय लिया और दास की तत्काल रिहाई की मांग की। उन्होंने अपनी बात को और मजबूत करते हुए कहा कि प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला करना और पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी न केवल गलत है, बल्कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन भी है।
बीजेपी ने टीएमसी पर बोला हमला
इस घटनाक्रम ने राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है, और भाजपा ने राज्य सरकार और टीएमसी पर जोरदार हमला करते हुए आरोप लगाया कि वे विरोध को दबाने के लिए बल का उपयोग कर रहे हैं। इस मामले ने पश्चिम बंगाल में राजनीति में ध्रुवीकरण को और बढ़ा दिया है, विशेषकर भाजपा और टीएमसी के बीच।