Madhya Pradesh Politics: लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने आज भाजपा का दामन थाम लिया है। यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
बता दें कि सुरेश पचौरी कांग्रेस की सरकार में कई मंत्रालयों के केन्द्रीय राज्य मंत्री रह चुके हैं। इसके साथ चार बार लगातार राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। शनिवार सुबह पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित बीजेपी दफ्तर दफ्तर में सुरेश पचौरी का स्वागत किया।
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बीजेपी अध्यक्ष वी.डी. शर्मा:
इस दौरान मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने सुरेश पचौरी के बीजेपी में शामिल होने को लेकर कहा कि पचौरी एमपी में कांग्रेस के राजनीति के संत हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि लेकिन ऐसे व्यक्ति का कांग्रेस पार्टी में कोई स्थान नहीं है। इसलिए सुरेश पचौरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लीडरशिप में आकर कुछ काम करने की सोची। अब आज वो बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
कई और कांग्रेस नेता भी हो आ सकते हैं बीजेपी में:
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कई और कांग्रेस नेता भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि सुरेश पचौरी के साथ धार से पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, इंदौर से पूर्व विधायक संजय शुक्ला, पिपरिया से पूर्व विधायक विशाल पटेल, अर्जुन पालिया भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल शर्मा भी बीजेपी में आ सकते हैं।
पचौरी चार बार रहे राज्यसभा सांसद:
बात करें सुरेश पचौरी ने राजनीतिक सफर की तो उन्होंने वर्ष 1972 में अपने राजनी तिक सफर की शुरुआत एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में की थी। इसके बाद उन्हें वर्ष 1984 में राज्य युवा कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया। वे चार बार कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद भी रहे चुके हैं। पहली बार उन्हें 1984 में राज्यसभा के लिए चुना गया।
इसके बाद वे 1990, 1996 और 2002 में फिर से राज्यसभा के लिए चुने गए। उन्होंने कांग्रेस की सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में रक्षा, कार्मिक, सार्वजनिक शिकायत, पेंशन, और संसदीय मामले जैसी जिम्मेदारियां भी संभाली। इसके अलावा वे पार्टी के संगठन कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष भी रह चुके हैं
सिर्फ दो बार लड़ा चुनाव और मिली हार:
बता दें कि सुरेश पचौरी ने अब तक सिर्फ दो बार चुनाव लड़ा है और दोनों बार ही उन्हें दोनों बार ही हार का सामना करना पड़ा। पचौरी ने 1999 में भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। उस वक्त उनके सामने बीजेपी से उमा भारती मैदान में उतरी थी। पचौरी उस चुनाव में 1.6 लाख से ज्यादा वोटों से हार गए थे।
इसके बाद पचौरी ने 2013 के विधानसभा चुनाव में भोजपुर से चुनाव लड़ा था। उस वक्त उनके सामने शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री और दिवंगत सीएम सुंदरलाल पटवा के भतीजे सुरेंद्र पटवा थे। पचौरी ये चुनाव भी हार गए थे।