LokSabha Election 2024: अब अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर मतदान 25 मई को छठे चरण में होगा। इसकी तिथि में चुनाव आयोग ने परिवर्तन किया है। इस पर पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने इसका विरोध जताया है। पीडीपी ने महबूबा मुफ्ती की जीत का दावा करते हुए कहा कि उन्हें सांसद बनने से नहीं रोका जा सकता|
उमर अब्दुल्ला जो की नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और उसके सहयोगियों को इसका लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है अन्यथा चुनाव की तिथि बदलने का कोई अन्य कारण नहीं हो सकता है। उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे चाहे भाजपा की कितनी भी मदद कर लें, भाजपा को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा|
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नबी डार ने बताया चिंता का विषय:
अनंतनाग संसदीय सीट पर चुनाव तिथी बदलने को नेकां के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने चिंता का विषय बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव निकायों की स्वतंत्रता को मानने वालों को चिंतित होना चाहिए। यह चिंताजनक है कि इस निर्णय को लेने से पहले दौड़ में शामिल नहीं होने वाले राजनीतिक दलों की राय भी नहीं ली गई।
उन्होंने कहा कि चाहे वे कुछ भी कर लें अल्लाह के करम से नेकां यह सीट जीतेगा। गौरतलब है कि पीडीपी की महबूबा मुफ्ती के सामने मियां अल्ताफ नेकां से उम्मीदवार बनकर चुनाव मैदान में है।
इस तरह नहीं रोक सकते महबूबा मुफ्ती को:
पीडीपी के प्रवक्ता डॉ हरबख्श सिंह ने कहा महबूबा मुफ्ती की निर्भीक नेतृत्व की वजह से चाहे कुछ भी हो उन्हें पार्लियामेंट जाने से नहीं रोका जा सकता। भाजपा को डर है कि वे इस तरह महबूबा मुफ्ती को नहीं रोक सकते हैं। इसलिए यह एक चाल है और दो प्रमुख राजनीतिक दल पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस को कोई आपत्ति नहीं है।
इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनाव लड़ने वालों और वोट डालने वालों को कोई समस्या नहीं है तो चुनाव की तारीख बदलने का क्या कारण हो सकता है| साथ ही जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने कहा कि मुगल रोड खुला है और मौसम खराब होने पर भी यात्रा की जा सकती है।
बीजेपी ने नहीं उतारा अभी तक उम्मीदवार:
सूत्रों के अनुसार 23 अप्रैल से सड़क कम से कम आंशिक रूप से खुली है। खराब मौसम को वजह बताकर चुनाव तिथि में ऐसा परिवर्तन करना सही नहीं है। इस निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। बीजेपी को लगता है कि अपने हालिया फैसलों के बाद भी जनता का समर्थन नहीं मिलेगा क्योंकि अधिकांश मतदाता मुस्लिम हैं।
इसलिए इस क्षेत्र से कोई उम्मीदवार भी नहीं उतारा गया। ऐसा लगता है कि भाजपा चाहती है कि ज़फ़र मन्हास को, जिन्हें भाजपा और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस का समर्थन मिल सकता है, अधिक समय प्रचार करने का अवसर मिल जाए। एक लोकतांत्रिक देश में रहते हुए भी यहाँ लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।
महबूबा मुफ्ती की बेटी ने भी लिखा पोस्ट:
इल्तिजा मुफ्ती, महबूबा मुफ्ती की बेटी और उनकी मीडिया सलाहकार, ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि केवल मुफ्ती की भारी जीत के डर से अनंतनाग-राजोरी चुनाव को स्थगित कर दिया गया। वे संसद में अपने खिलाफ निडर आवाज नहीं चाहते हैं ।
उन्होंने आगे लिखा कि चाहे यह लोग कैसी भी कोशिश कर लें और हमारे सामने कोई भी चुनौती को खड़ा कर दें ,हम हर चुनौती को स्वीकार करेंगे और अल्लाह के करम से उनकी एक बड़ी जीत भी सुनिश्चित करेंगे|