Haryana Politics: हरियाणा की राजनीति में मंगलवार को बड़ा उलटफेर हुआ। मनोहर लाल खट्टर ने सुबह अपनी पूरी कैबिनेट के साथ राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। इसी के साथ हरियाणा में बीजेपी—जेजेपी का गठबंधन टूट गया। हालांकि बीजेपी ने इसके तुरंत बाद विधायक दल की बैठक बुलाई। इस बैठक में नायब सिंह सैनी को हरियाणा का नया सीएम चुना गया। इसके बाद शाम को 5 बजे ही नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के नए सीएम के रूप में शपथ ली। अब हरियाणा की नई सरकार की आज अग्नि परीक्षा है।
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साबित करना होगा बहुमत:
हरियाणा की नई सरकार को आज सुबह 11 बजे विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। बता दें कि नायब सिंह सैनी ने 48 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। बता दें कि सैनी ने कल पत्रकारों से बात करते हुए बताया था कि उन्होंने राज्यपाल से विधानसभा सत्र बुलाने का आग्रह किया है।साथ ही नायब सिंह ने बताया कि वे विधानसभा सत्र के दौरान अपना बहुमत भी साबित करेंगे।
6 निर्दलीय विधायकों का मिला समर्थन:
बात करें हरियाणा में बीजेपी के बहुमत साबित करने की तो पार्टी इस समय राज्य में मजबूत स्थिति में नजर आ रही है। हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। इसमें से बीजेपी को 6 निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिल गया है। इस समर्थन के साथ अब बीजेपी के पास कुल विधायकों की संख्या 47 हो गई है, जो कि बहुमत के आंकड़े से 1 ज्यादा है।
बीजेपी को बहुमत साबित करने के लिए 46 विधायक चाहिए। वहीं जेजेपी के पांच विधायकों के भी बीजेपी में शामिल होने अटकलें चल रही हैं।
इस वजह से टूटा गठबंधन:
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि बीजेपी और जेजेपी गठबंधन में दरार सीट बंटवारे को लेकर आई। बताया जा रहा है कि बीजेपी आगामी लोकसभा चुनावों में 10 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी। वहीं जेजेपी दो सीटें चाह रही थी। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में जेजेपी कोई भी सीट नहीं जीत पाई थी।
बता दें कि कुछ ही हफ्तों में भी लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके साथ ही इसी वर्ष अक्टूबर माह में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
जेजेपी अपने दम पर लड़ेगी लोकसभा चुनाव:
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, मनोहर लाल खट्टर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। बताया जा रहा है कि बीजेपी उन्हें कुरूक्षेत्र से मैदान में उतार सकती है। वहीं गठबंधन टूटने के बाद जेजेपी ने कहा कि पार्टी अब अपने दम पर ही सभी 10 सीटों पर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी। वहीं रिपोर्ट्स के अनुसार, दुष्यंत चौटाला आज पार्टी की एक रैली में इसकी घोषणा भी कर सकते हैं।