Haryana Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्य की सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश की है। पार्टी राज्य में अपनी जमीन तलाशने और जनाधार बढ़ाने के प्रयास में जुटी हुई है। हालांकि, शनिवार को AAP को बड़ा झटका लगा जब कैथल जिला अध्यक्ष गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। गोबिंदपुरा के इस्तीफे के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि AAP कैथल जिले में संगठन को किस तरह से संभालती है और आगामी चुनाव में इस स्थिति का सामना कैसे करती है।
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प्रदेश अध्यक्ष को भेजा इस्तीफा
कैथल जिला अध्यक्ष गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने आम आदमी पार्टी से अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता को भेज दिया है। गोबिंदपुरा ने अपने इस्तीफे में लिखा कि पार्टी ने उन्हें जो जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी, उसे उन्होंने पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाने का प्रयास किया।
क्यों छोड़ी पार्टी, पत्र में किया खुलासा
अपने पत्र में उन्होंने कहा, अब मैं अपनी इच्छा से पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। पार्टी में मुझे जो सम्मान मिला, उसके लिए मैं आभारी हूं। गज्जन सिंह गोबिंदपुरा का इस्तीफा आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।
चुनावी रणनीति पर पड़ सकता है असर
गज्जन सिंह गोबिंदपुरा के इस्तीफे ने पार्टी की चुनावी तैयारियों को झटका दिया है, खासकर कैथल जिले में जहां वे संगठन की एक अहम भूमिका निभा रहे थे। उनके इस्तीफे के कारणों को लेकर अभी तक कोई विस्तृत बयान सामने नहीं आया है, लेकिन इससे पार्टी की चुनावी रणनीति पर प्रभाव पड़ सकता है।
विधानसभा चुनाव से पहले आप को बड़ा झटका
हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी पहली बार बड़े पैमाने पर चुनाव लड़ रही है, और ऐसे में इस इस्तीफे ने पार्टी की आंतरिक स्थिति को उजागर किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इस चुनौती का कैसे सामना करती है और आगामी चुनाव में किस प्रकार प्रदर्शन करती है।
आप में इस्तीफों का सिलसिला जारी
आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए हाल के दिनों में लगातार इस्तीफों का सिलसिला चिंता का विषय बनता जा रहा है। गज्जन सिंह गोबिंदपुरा के इस्तीफे से पहले, रोहतक के आप नेता लवलीन टुटेजा ने भी पार्टी छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। लवलीन टुटेजा को कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शामिल कराया।
रोहतक के लवलीन टुटेजा ने भी छोड़ी पार्टी
लवलीन ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा था कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, वह उसे पूरी निष्ठा से निभाएंगे। उन्होंने रोहतक की जनता की समस्याओं, जैसे पानी की किल्लत, बिजली और सीवरेज की दिक्कतों को लेकर चिंता व्यक्त की। लवलीन का मानना है कि कांग्रेस ही इन समस्याओं को सुलझा सकती है, और इसलिए उन्होंने कांग्रेस का दामन थामने का फैसला किया।