Atishi: आतिशी ने सोमवार को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री पदभार संभाल लिया है। इस दौरान आतिशी ने समय स्पष्ट किया कि उनकी भूमिका अस्थायी होगी, और दिल्ली की बागडोर अरविंद केजरीवाल के हाथ में ही रहेगी। उन्होंने रामायण के भरत की तरह खुद को “कार्यवाहक” मुख्यमंत्री बताया, जिन्होंने राम के निर्वासन के दौरान उनके सिंहासन की देखरेख की थी। आतिशी ने यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी तक रहेंगी जब तक केजरीवाल वापस नहीं आ जाते। इस दौरान एक खाली कुर्सी भी उनके बगल में रखी गई थी, जो केजरीवाल के प्रति उनके सम्मान और प्रतीकात्मक भावनाओं को दर्शाती थी। बता दें कि आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने 21 सितंबर, 2024 को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं।
Table of Contents
भगवान राम से की अरविंद केजरीवाल की तुलना
आतिशी ने रामायण के भरत से तुलना करते हुए कहा कि वह अस्थायी रूप से मुख्यमंत्री का पद संभाल रही हैं, जबकि “श्री राम” अरविंद केजरीवाल हैं, जो कुछ महीनों बाद इस कुर्सी पर फिर से बैठेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी यह जिम्मेदारी केवल कुछ समय के लिए है और दिल्ली की जनता केजरीवाल को दोबारा मुख्यमंत्री बनाएगी। आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को राजनीतिक आरोपों के चलते अस्थायी तौर पर पद छोड़ना पड़ा, लेकिन वह लौटेंगे।
चार महीने तक संभालेंगी कार्यभार
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मीडिया से बातचीत के दौरान रामायण का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह भगवान श्री राम ने पिता के एक वचन के लिए 14 साल का वनवास स्वीकार किया और भरत को अयोध्या का कार्यभार संभालना पड़ा था, उसी तरह वह दिल्ली का प्रशासन अगले चार महीने तक चलाएंगी। उन्होंने कहा कि जैसे भरत ने भगवान राम की पादुकाएं संभाली थीं, वैसे ही वह अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति में दिल्ली सरकार की ज़िम्मेदारी उठाएंगी। आतिशी ने अरविंद केजरीवाल की तुलना भगवान राम से करते हुए कहा कि उन्होंने अपने 10 साल के शासनकाल में राजनीति में नैतिकता और मर्यादा की मिसाल पेश की है।
कांग्रेस बोली, AAP की बुद्धि भ्रष्ट
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी द्वारा अरविंद केजरीवाल की तुलना भगवान राम से किए जाने पर विपक्षी दलों, खासकर भाजपा और कांग्रेस, ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने इस तुलना को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की भगवान राम से तुलना करना “महापाप” है और इस बयान से साफ जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है। देवेंद्र यादव ने इसे एक राजनीतिक स्टंट बताते हुए आम आदमी पार्टी पर नैतिकता से भटकने का आरोप लगाया।
बीजेपी का आरोप, AAP ने किया हिंदू देवी देवताओं का अपमान
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को कड़ी आलोचना का शिकार बनाया। तिवारी ने सवाल उठाया कि अरविंद, जो भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल से जमानत पर बाहर हैं, अपनी तुलना भगवान राम से कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा, क्या भगवान राम पर भ्रष्टाचार के आरोप थे? तिवारी ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने से नहीं झिझकती और इसे पूरी तरह अनुचित और अपमानजनक बताया। उन्होंने केजरीवाल पर व्यक्तिगत हमले भी किए, यह कहते हुए कि अरविंद केजरीवाल चिट्ठी लिखकर घर मांग रहे हैं, क्या राम जी ने कभी घर मांगा था?